हिंदू पंचांग के अनुसार, मार्गशीर्ष पूर्णिमा 7 दिसंबर 2022 को है। इसके साथ ही अगहन मास समाप्त हो जाएगा और पौष मास आरंभ हो जाएगा। मार्गशीर्ष मास को भगवान कृष्ण का माह माना जाता जाता है। इस पूर्णिमा को अगहन पूर्णिमा, बत्तीसी पूर्णिमा, मोक्षदायिनी पूर्णिमा जैसे नामों से भी जाना जाता है। इस दिन स्नान दान के साथ चंद्र देव की पूजा करने का विधान है। इस साल मार्गशीर्ष पूर्णिमा का दिन काफी खास है क्योंकि इस दिन सिद्ध योग के साथ सर्वार्थ सिद्धि योग भी बन रहा है। ऐसे में मां लक्ष्मी की पूजा करने के साथ कुछ खास उपाय से सुख-समृद्धि की प्राप्ति होगी। आइए जानते हैं इन उपायों के बारे में।
मार्गशीर्ष पूर्णिमा पर करें ये खास उपाय
तरक्की के लिए
अगर आप चाहते हैं कि आने वाले समय में आपको हर काम में सफलता के साथ तरक्की मिले, तो मार्गशीर्ष पूर्णिमा के दिन चंद्रोदय होने पर कच्चा दूध में थोड़ी सी चीनी और चावल मिलेगा चंद्र देव का अर्घ्य करें। इसके साथ ही इस मंत्र को बोले- 'ॐ ऐं क्लीं सोमाय नम:'
मां लक्ष्मी की कृपा पाने के लिए
मान्यता है कि पूर्णिमा के दिन पीपल के पेड़ में मां लक्ष्मी का वास होता है। इसलिए इस दिन पीपल के पेड़ में जल चढ़ाएं और इसके साथ पांच प्रकार की मिठाई अर्पित करें। फिर घी का दीपक जलाकर अपनी कामना कहें और 7 से 11 बार पीपल के पेड़ की परिक्रमा करें। माना जाता है कि इस उपाय को करने से व्यक्ति को हर समस्या से निजात मिल जाती है।
धन धान्य के लिए
अगहन पूर्णिमा के दिन मां लक्ष्मी की विधि-विधान के साथ पूजा अर्चना करें। इसके साथ ही माता को पीले रंग की 11 कौड़ियां चढ़ाएं इसके साथ ही श्री सूक्त स्तोत्र का पाठ करें। इसके बाद इन कौड़ियों को लेकर एक लाल रंग के कपड़े में बांधकर तिजोरी में रख लें। इससे सालभर आपको पैसों की तंगी का सामना नहीं करना पड़ेगा।
सुखी वैवाहिक जीवन के लिए
अगर पति-पत्नी के बीच किसी न किसी बात पर अनबन होती रहती है, पूर्णिमा तिथि को दोनों लोग चंद्र देव को दूध से अर्घ्य करें। इसके साथ ही ॐ स्त्रां स्त्रीं स्त्रौं स: चंद्रमसे नम:' मंत्र का जाप करें। ऐसा करने से वैवाहिक जीवन में खुशियां ही खुशियां आएगी।
करें इन चीजों का दान
मार्गशीर्ष पूर्णिमा के दिन दान करना लाभकारी मानाजाता है। ऐसे में मां लक्ष्मी की कृपा पाने के लिए चावल, फल, खीर, फूल, नारियल, वस्त्र आदि का दान करें। ऐसा करने से कुंडली में चंद्रमा की स्थिति भी मजबूत होगी।