astrology news : पौष पुत्रदा एकादशी पर करें ये उपाय, भगवान विष्णु होंगे प्रसन्न

ज्योतिष न्यूज़ : हिंदू पंचांग के अनुसार हर साल पौष मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को पुत्रदा एकादशी के नाम से जाना जाता है जो कि श्री हरि विष्णु को समर्पित दिन होता है इस साल पौष पुत्रदा एकादशी का व्रत 21 जनवरी दिन रविवार को किया जाएगा। इस दिन भक्त भगवान विष्णु …

Update: 2024-01-15 08:20 GMT
astrology news : पौष पुत्रदा एकादशी पर करें ये उपाय, भगवान विष्णु होंगे प्रसन्न
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ज्योतिष न्यूज़ : हिंदू पंचांग के अनुसार हर साल पौष मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को पुत्रदा एकादशी के नाम से जाना जाता है जो कि श्री हरि विष्णु को समर्पित दिन होता है इस साल पौष पुत्रदा एकादशी का व्रत 21 जनवरी दिन रविवार को किया जाएगा। इस दिन भक्त भगवान विष्णु की विधि विधान से पूजा करते हैं और व्रत आदि भी रखते हैं

ऐसा माना जाता है कि पौष पुत्रदा एकादशी के दिन भगवान विष्णु के प्रिय नारायण स्तोत्र का भक्तिपूर्वक पाठ करने से भगवान का आशीर्वाद प्राप्त होता है और साथ ही मनोकामनाएं भी पूरी होती हैं। इसलिए आज हम इसे आपके लिए लेकर आये हैं. ये अद्भुत सबक हैं.

श्री नारायण स्तोत्र—

नारायण नारायण जय गोविन्द हरे ॥
नारायण नारायण जय गोपाल हरे ॥

करुणापारावार वरुणालयगम्भीर नारायण ॥ 1 ॥
घननीरदसङ्काश कृतकलिकल्मषनाशन नारायण ॥ 2 ॥

यमुनातीरविहार धृतकौस्तुभमणिहार नारायण ॥ 3 ॥
पीताम्बरपरिधान सुरकल्याणनिधान नारायण ॥ 4 ॥

मञ्जुलगुञ्जाभूष मायामानुषवेष नारायण ॥ 5 ॥
राधाधरमधुरसिक रजनीकरकुलतिलक नारायण ॥ 6 ॥

मुरलीगानविनोद वेदस्तुतभूपाद नारायण ॥ 7 ॥
बर्हिनिबर्हापीड नटनाटकफणिक्रीड नारायण ॥ 8 ॥

वारिजभूषाभरण राजीवरुक्मिणीरमण नारायण ॥ 9 ॥
जलरुहदलनिभनेत्र जगदारम्भकसूत्र नारायण ॥ 10 ॥

पातकरजनीसंहार करुणालय मामुद्धर नारायण ॥ 11 ॥
अघ बकहयकंसारे केशव कृष्ण मुरारे नारायण ॥ 12 ॥

हाटकनिभपीताम्बर अभयं कुरु मे मावर नारायण ॥ 13 ॥
दशरथराजकुमार दानवमदसंहार नारायण ॥ 14 ॥

गोवर्धनगिरि रमण गोपीमानसहरण नारायण ॥ 15 ॥
सरयुतीरविहार सज्जन​ऋषिमन्दार नारायण ॥ 16 ॥

विश्वामित्रमखत्र विविधवरानुचरित्र नारायण ॥ 17 ॥
ध्वजवज्राङ्कुशपाद धरणीसुतसहमोद नारायण ॥ 18 ॥

जनकसुताप्रतिपाल जय जय संस्मृतिलील नारायण ॥ 19 ॥
दशरथवाग्धृतिभार दण्डक वनसञ्चार नारायण ॥ 20 ॥

मुष्टिकचाणूरसंहार मुनिमानसविहार नारायण ॥ 21 ॥
वालिविनिग्रहशौर्य वरसुग्रीवहितार्य नारायण ॥ 22 ॥

मां मुरलीकर धीवर पालय पालय श्रीधर नारायण ॥ 23 ॥
जलनिधि बन्धन धीर रावणकण्ठविदार नारायण ॥ 24 ॥

ताटकमर्दन राम नटगुणविविध सुराम नारायण ॥ 25 ॥
गौतमपत्नीपूजन करुणाघनावलोकन नारायण ॥ 26 ॥

सम्भ्रमसीताहार साकेतपुरविहार नारायण ॥ 27 ॥
अचलोद्धृतचञ्चत्कर भक्तानुग्रहतत्पर नारायण ॥ 28 ॥

नैगमगानविनोद रक्षित सुप्रह्लाद नारायण ॥ 29 ॥
भारत यतवरशङ्कर नामामृतमखिलान्तर नारायण ॥ 30 ॥

इति श्री नारायण स्तोत्र ||

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