ज्योतिषशास्त्र: आपका जन्म इस नक्षत्र में हुआ है तो, अपने दम पर जीवन में होंगे कामयाब
ज्योतिषशास्त्र में अभिजीत नक्षत्र
जनता से रिश्ता वेबडेस्क: इसलिए यह नक्षत्र है खास- ज्योतिषशास्त्र में अभिजीत नक्षत्र को मिलाकर कुल 28 नक्षत्रों का जिक्र किया गया है। सभी नक्षत्रों की अपनी खूबियां हैं और इसका प्रभाव उस नक्षत्र विशेष में पैदा हुए लोगों पर भी दिखता है। ज्योतिषशास्त्र में 5वें नक्षत्र को बहुत ही शुभ और विशेष माना गया है। इस नक्षत्र में पैदा हुए लोग आमतौर पर सुखमय जीवन जीते हैं और अपने दम पर जीवन में बेहतर मुकाम हासिल करते हैं। इनकी खूबियों को जानेंगे तो आप इन पर आंख मूंद कर भरोसा करेंगे…. आइए इस नक्षत्र के बारे में जानते हैं और भी रोचक बातें….
यह नक्षत्र है ब्रह्माजी का स्वरूप
वैदिक ज्योतिष के अनुसार मृगशिरा नक्षत्र पांचवें स्थान पर आता है। इसकी उत्पत्ति के बारे में कथा मिलती है कि एक बार प्रजापिता ब्रह्मा का मोह उनकी ही पुत्री पर जाग्रत हो गया। इससे भोलेनाथ को अत्यंत क्रोध हुआ। उन्होंने ब्रह्म्देव पर बाण चला दिया। शिव के इस रौद्र रूप को देखकर प्रजापिता ब्रह्मा काफी भयभीत होकर आकाश दिशा की ओर भागे। जब उन्हें कोई रास्ता नहीं सूझा तो वह आकाश में मृगशिरा नक्षत्र के रूप में स्थापित हो गए। चूंकि जब वह शिव के क्रोध से बचने के लिए उस समय उन्होंने हिरन यानी कि मृग का रूप लिया हुआ था इस कारण जब वह नक्षत्र बनें तो उनका नाम मृगशिरा नक्षत्र पड़ा। कथा मिलती है कि शिवजी के बाण ने उन्हें आज तक माफ नहीं किया है आज भी वह बाण आर्द्रा नक्षत्र के रूप में मृगशिरा रूपी ब्रह्माजी के पीछे पड़ा है।
इस नक्षत्र में पैदा हुए लोगों पर मंगल का प्रभाव
ज्योतिषशास्त्र के अनुसार, हर नक्षत्र का कोई न कोई ग्रह स्वामी होता ही है, जिसका प्रभाव उस नक्षत्र में जन्में जातक पर पड़ता है। मृगशिरा नक्षत्र का स्वामी मंगल ग्रह को माना गया है। यही वजह है कि इस नक्षत्र में जन्में लोगों पर मंगल का सीधा प्रभाव देखने को मिलता है।
इसलिए विशेष होते हैं इस नक्षत्र में पैदा हुए लोग
ज्योतिषशास्त्र के अनुसार इस नक्षत्र में जन्में लोगों का प्रेम पर अटूट विश्वास होता है। इसके अलावा यह स्थाई काम पर अत्यधिक भरोसा करते हैं। यही वजह है कि इस नक्षत्र में जन्में जातक जो भी काम अपने हाथ में लेते हैं, उसे पूरी मेहनत और लगन से पूरा करते हैं। ये आकर्षक व्यक्तित्व और रूप के स्वामी होते हैं।
प्रेम में अटूट विश्वास रखते हैं इस नक्षत्र में जन्में लोग
बता दें कि मृगशिरा नक्षत्र में जन्में जातकों का ग्रह स्वामी मंगल होता है। इसके चलते ये सदा ही ऊर्जा से भरे रहते हैं। बहुत ही साफ दिल और सभी को प्रेम करने वाले होते हैं लेकिन कोई छल करे तो फिर यह उसे माफ नहीं करते। व्यक्तिगत जीवन में ये अच्छे मित्र साबित होते हैं। इसके अलावा प्रेम में अूटट विश्वास होने के चलते इनका वैवाहिक जीवन सुखमय होता है।