Astrology: सितंबर में ग्रहों की स्थिति में बदलाव, इन 5 राशियों को होगा नुकसान
सितंबर का महीना जहां कई छोटे-बड़े त्योहार लेकर आने वाला है.
सितंबर का महीना जहां कई छोटे-बड़े त्योहार लेकर आने वाला है तो वहीं ज्योतिष के लिहाज से भी बहुत खास होने जा रहा है। सितंबर के महीने में 5 ग्रहों की स्थिति में बदलाव होने जा रहा है। शुक्र ग्रह अपनी स्वराशि तुला में गोचर करेंगे तो वहीं 6 तारीख को मंगल ग्रह कन्या राशि में और 14 सितंबर को गुरु वक्री अवस्था में कुंभ राशि से मकर राशि में प्रवेश करें। 16 सितंबर को सूर्य कन्या राशि में और 22 सितंबर को बुध पहले तुला राशि में गोचर करेंगे और 27 तारीख से इसी अवस्था में वक्री गति शुरू कर देंगे। इन बदलावों की वजह से 5 राशियों को नुकसान झेलना पड़ सकता है। आइए जानते हैं कौन सी हैं ये 5 राशियां…
मिथुन राशि : परिवार में परेशानियां
इस महीने आपके चतुर्थ भाव यानी कि सुख और माता के भाव में मंगल और सूर्य दोनों ही अग्नि तत्व प्रधान ग्रहों का गोचर होगा। इसलिए मिथुन राशि के जातकों को पारिवारिक जीवन में कुछ परेशानियों का सामना इस दौरान करना पड़ सकता है। यह माता का भाव भी है इसलिए आपकी माता के स्वास्थ्य में भी नकारात्मक परिवर्तन आ सकते हैं जिससे आपकी समस्याएं बढ़ सकती हैं। इस दौरान आपको धैर्य के साथ आगे बढ़ने की सलाह दी जाती है।
सिंह राशि : वाणी से आहत हो सकता है कोई
सितंबर के महीने में आपकी राशि के स्वामी ग्रह सूर्य 16 तारीख को आपके द्वितीय भाव में गोचर करेंगे जहां मंगल ग्रह 6 सितंबर से ही विराजमान रहेंगे। इसलिए सामाजिक स्तर और कार्यक्षेत्र में आप अपनी वाणी से किसी को आहत कर सकते हैं जो आपके लिए अच्छा नहीं है। हालांकि आपके तृतीय भाव में महीने के आरंभ में शुक्र का गोचर होने से कला, शिक्षा आदि क्षेत्रों में आपको सफलता प्राप्त हो सकती है।
कन्या राशि : गुस्से में हो सकता है इजाफा
सूर्य और मंगल इस माह आपकी राशि में गोचर करने जा रहे हैं। वहीं गुरु ग्रह 14 सितंबर से आपके पंचम भाव में वक्री गति प्रारंभ करेंगे। इसलिए सितंबर का यह महीना आपके लिए चुनौतीपूर्ण रह सकता है। आपका मन शिक्षा और धार्मिक कार्यों से हट सकता है। इसके साथ ही आपके लग्न में सूर्य और मंगल की स्थिति आपको गुस्सैल बना सकती है। इस दौरान आपको अपने गुस्से पर काबू रखने के लिए योग-ध्यान का सहारा लेना चाहिए।
मकर राशि : दिक्कतों का सामना
गुरु ग्रह आपकी राशि में ही इस माह वक्री गति शुरू करेंगे जिसके कारण आप परेशानियों का सामना कर सकते हैं। आपको फैसले लेने में इस दौरान दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। वहीं आपके नवम भाव में सूर्य और गुरु के विराजमान होने से पारिवारिक जीवन में भी कुछ उलझनें हो सकती हैं। इस दौरान परिवार के लोगों को अपनी बातें समझाने में आपको काफी मशक्कत करनी पड़ सकती है। जिन लोगों की शादी हो चुकी है उनको जीवन साथी के साथ बातचीत के दौरान शब्दों का इस्तेमाल बहुत सावधानी से करना चाहिए।
मीन राशि : चुनौतियों का सामना
आपके सप्तम भाव में सूर्य और मंगल के विराजमान होने से और अष्टम भाव में शुक्र के विराजमान होने से वैवाहिक जीवन में चुनौतियों का सामना आपको करना पड़ सकता है, अपने जीवनसाथी के साथ तू-तू मैं-मैं करने से बचेंगे तो आपके लिए अच्छा होगा। इसके साथ ही एकादश भाव में गुरु की वक्री गति लाभ की अपेक्षा हानि ज्यादा करवा सकती है।