Ashadha Amavasya आज मनाई जा रही , जानें पूजा के जरूरी नियम

Update: 2024-07-05 09:27 GMT
ज्योतिष न्यूज़: हिंदू धर्म में पूर्णिमा और अमावस्या को खास माना गया है जो कि हर माह में एक बार पड़ती है पंचांग के अनुसार अभी आषाढ़ का महीना चल रहा है और इस माह पड़ने वाली अमावस्या को आषाढ़ अमावस्या के नाम से जाना जा रहा है इस दिन स्नान दान, पूजा पाठ और तप जप का विधान होता है मान्यता है कि ऐसा करने से पुण्य की प्राप्ति होती है इस बार आषाढ़ अमावस्या 5 जुलाई दिन शुक्रवार यानी की आज मनाई जा रही है
इस तिथि के देवता पितरों
को माना गया है ऐसे में इस दिन लोग अपने पितरों का तर्पण, श्राद्ध और पिंडदान करते हैं। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार अमावस्या तिथि पर नए कार्यों की शुरुआत नहीं करनी चाहिए इसे अच्छा नहीं माना जाता है लेकिन धार्मिक अनुष्ठानों के लिए यह तिथि विशेष होती है, इस तिथि पर भगवान विष्णु और शिव की साधना करना उत्तम माना जाता है तो आज हम आपको अपने इस लेख द्वारा इससे जुड़ी जानकारी प्रदान कर रहे हैं।
आषाढ़ अमावस्या पूजा नियम—

आपको बता दें कि इस दिन सुबह उठकर किसी पवित्र नदी में स्नान करें या फिर गंगाजल युक्त पानी से घर में स्नान करें। अपने पूर्वजों की आत्मा की शांति के लिए उनका तर्पण और श्राद्ध करें। इस दिन जरूरतमंदों को भोजन कराएं। साथ ही पितरों की मुक्ति के लिए गायत्री पाठ का आयोजन करें
इस दिन कौवे, चींटियों और कुत्तों व गायों को भोजन जरूर करें ऐसा करने से पुण्य की प्राप्ति होती है इसके अलावा आज के दिन गरीबों व जरूरतमंदों को अन्न, वस्त्र और धन का दान करना अच्छा माना जाता है। आज के दिन अधिक से अधिक धार्मिक कार्य करना चाहिए साथ ही भगवान सूर्यदेव को भी जल चढ़ाएं।
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