Ashadh Amavasya ज्योतिष न्यूज़ : हिंदू धर्म में अमावस्या और पूर्णिमा को बेहद ही खास बताया गया है जो कि हर माह में एक बार आती है। इस तिथि को पूजा पाठ, तप जप और ध्यान के लिए लाभकारी माना गया है इस दिन लोग पवित्र नदी में स्नान करते हैं मान्यता है कि ऐसा करने से देवी देवताओं की कृपा बरसती है।
पंचांग के अनुसार अभी आषाढ़ का महीना चल रहा है और इस माह पड़ने वाली अमावस्या को आषाढ़ अमावस्या के नाम से जाना जा रहा है इस दिन स्नान दान और तर्पण करने से पितर प्रसन्न होकर आशीर्वाद देते हैं साथ ही परिवार में सुख शांति आती है। तो आज हम आपको अपने इस लेख द्वारा बता रहे हैं कि इस साल आषाढ़ अमावस्या कब मनाई जा रही है तो आइए जानते हैं तारीख और मुहूर्त।
आषाढ़ अमावस्या की तारीख—
हिंदू पंचांग के अनुसार आषाढ़ माह की अमावस्या तिथि का आरंभ 5 जुलाई को सुबह 4 बजकर 57 मिनट से हो रहा है और इस दिन सूर्योदय सुबह 5 बजकर 29 मिनट पर हो जाएगा। वही आषाढ़ अमावस्या तिथि का समापन 6 जुलाई को सुबह 4 बजकर 26 मिनट पर हो जाएगा और इस दिन सूर्योदय सुबह 5 बजकर 29 मिनट पर होगा। वही उदया तिथि की मानें तो 5 जुलाई को सूर्योदय के समय आषाढ़ अमावस्या की तिथि रहेगी।
वही 6 जुलाई को अमावस्या तिथि सूर्योदय से पहले ही समाप्त हो जाएगी। ऐसे में आषाढ़ अमावस्या का पर्व 5 जुलाई दिन शुक्रवार को मनाया जाएगा। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार आषाढ़ अमावस्या के दिन सुबह जल्दी उठकर पवित्र नदी में स्नान करें इसके बाद पूजा पाठ और व्रत करके पितरों का तर्पण जरूर करें ऐसा करने से पूर्वजों की कृपा बरसती है।