उज्जैन में परंपरानुसार भगवान महाकालेश्वर की आज निकलेगी शाही सवारी
मध्यप्रदेश की धार्मिक नगरी उज्जैन में परंपरानुसार भगवान महाकालेश्वर की सोमवार को निकलेगी।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। मध्यप्रदेश की धार्मिक नगरी उज्जैन में परंपरानुसार भगवान महाकालेश्वर की सोमवार को निकलेगी। श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंधन ने बताया है कि भगवान श्री महाकालेश्वर की भाद्रपद माह में निकलने वाली सवारियों के क्रम में तीसरी सवारी (शाही सवारी) सोमवार 6 सितंबर को निकलेगी। इस सवारी में भगवान श्री चन्द्रमौलीश्वर चांदी की पालकी में विराजित होकर संपूर्ण राजसी ठाट-बाट के साथ नगर भ्रमण करेंगे। इसके साथ ही श्री मनमहेश हाथी पर और श्री शिव-तांडव, श्री उमा-महेश, श्री घटाटोप, श्री सप्तधान मुखारविन्द व श्री होल्कर स्टेट का मुखारविन्द रथ पर विराजित होकर भक्तों को दर्शन देंगे।
मंदिर के सभामंडप में पूजन के बाद पालकी मुख्य द्वार से श्री बडा गणेश मंदिर के सामने से होते हुए हरसिद्धि मंदिर के समीप से होकर नृसिंह घाट रोड, सिद्धाश्रम के सामने से क्षिप्रा तट रामघाट पहुंचेगी। रामघाट पर मॉं क्षिप्रा के जल से बाबा श्री महाकालेश्वर के अभिषेक पूजन पश्चात सवारी रामानुजकोट, हरसिद्धी पाल से हरसिद्धी मंदिर पर मॉ हरसिद्धी एवं बाबा महाकाल की आरती के बाद श्री बड़ा गणेश मंदिर के सामने से होते हुए श्री महाकालेश्वर मंदिर वापस आयेगी। सवारी में पारंपरिक उद्घोषक, तोपची,सलामी गार्ड, घुड़सवार दल, संगीतमय धुन के साथ पुलिस बैंड, पुराने युग का आभास कराती नगाड़ों की थाप, गूंजती शहनाई, पुजारी, पुरोहित गण, अधिकारी गण आदि सवारी के साथ चलेंगे।
श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति के प्रशासक नरेन्द्र सूर्यवंशी ने बताया कि संपूर्ण सवारी मार्ग को आकर्षक बनाने के लिये आधुनिक सज्जा के उपायों द्वारा सुसज्जित, सुन्दर व भव्य बनाने का कार्य किया जा रहा है। साथ ही जगह- जगह पर आधुनिक तकनीक साधनों के माध्यम से आतिशबाजी एवं पुष्प वर्षा भी की जावेगी। इस दौरान व्यवस्था में लगे सभी लोगों को कोरोना संबंधी दिशा निदेर्शों का पालन करना अनिवार्य रहेगा। इस कार्यक्रम में सीमित संख्या में अधिकृत व्यक्ति ही शामिल हो सकेंगे।