अनंग त्रयोदशी व्रत दूर करेगा प्रेम विवाह में आने वाली हर बाधा
प्रेम विवाह में आने वाली हर बाधा
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। धार्मिक तौर पर हर व्रत का अपना महत्व होता है वही पंचांग के अनुसार मार्गशीर्ष मास में भगवान श्री हरि विष्णु और शिव की पूजा करना फलदायी माना जाता है भोलेनाथ के प्रमुख व्रतों में से एक अनग त्रयोदशी का व्रत भी है ये व्रत मार्गशीर्ष और चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि को किया जाता है
अनंग त्रयोदशी का व्रत भगवान शिव, पार्वती, कामदेव और रति को समर्पित होता है इस दिन पूजा पाठ करना उत्तम माना जाता है भविष्य पुराण के अनुसार इस दिन व्रत कर शिव पार्वती की उपासना करने से प्रेम विवाह में आने वाली हर रुकावट दूर हो जाती है तो आज हम आपको अपने इस लेख द्वारा व्रत पूजन की तिथि, मुहूर्त बता रहे हैं तो आइए जानते हैं।
अनंग त्रयोदशी व्रत पूजन की तिथि—
इस दिन भगवान भोलेनाथ और मां पार्वती की पूजा करना उत्तम माना जाता है शिव के वरदान से अनंग रूपी कामदेव ने द्वापर युग में श्रीकृष्ण के पुत्र प्रद्युम्न के रूप में जन्म लिया और शरीर पाया, तभी से ये व्रत किया जाने लगा।
जानिए पूजन की संपूर्ण विधि—
आपको बता दें कि अनंग त्रयोदशी के दिन सुबह ब्रह्म मुहूर्त में पूरे घर की साफ सफाई करें और सूर्योदय से पूर्व स्नान आदि करके व्रत का संकल्प करें सबसे पहले भगवान श्री गणेश की पूजा करें इसके बाद पंचामृत से शिवलिंग का अभिषेक करें भगवान शिव को चंदन, रोली, मौली, पुष्प, सफेद मिठाई, बेलपत्र अर्पित करें देवी पार्वती को श्रृंगार का सामान अर्पित करें फिर हे गौरी शंकर अर्धागिंनी यथा त्वं शंकर प्रिया। तथा माम कुरू कल्याणी कान्त कान्ता सुदुर्लभम्।। इस मंत्र का जाप करें उसके बाद कामदेव से अपनी मनोकामना पूर्ति के लिए प्रार्थना करें। वही संध्याकाल में आरती पूजन कर अपने व्रत का पारण करें।