Ahoi Ashtami Ke Upay : अहोई अष्टमी पर संतान प्राप्ति के लिए करें ये उपाय, पूरी होगी मनोकामना

संतान प्राप्ति की होगी मनोकामना पूरी, बस करें ये उपाय

Update: 2020-11-06 14:49 GMT

Ahoi Ashtami Ke Upay : अहोई अष्टमी पर संतान प्राप्ति के लिए करें ये उपाय, पूरी होगी मनोकामना

जनता से रिश्ता वेबडेस्क | संतान प्राप्ति की होगी मनोकामना पूरी, बस करें ये उपायकार्तिक मास की कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को अहोई अष्टमी का पर्व मनाया जाता है। इस बार यह शुभ तिथि 8 नवंबर दिन रविवार को मनाया जाएगा। इस व्रत को महिलाएं संतान की लंबी आयु की कामना और बच्चे की जीवन में सुख-शांति बनी रहे इसके लिए करती हैं। निसंतान महिलाएं भी इस दिन संतान प्राप्ति के लिए अहोई अष्टमी का व्रत करती हैं। इस दिन माता पार्वती की अहोई रूप में पूजा की जाती है और इस व्रत को खासतौर पर उत्तर भारत में मनाया जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस दिन कुछ उपाय करने से संतान सुख की प्राप्ति होती सकती है। ज्योतिष शास्त्र में इस दिन निसंतान दंपत्तियों के लिए कुछ उपाय बताए गए हैं। आइए जानते हैं उन उपायों के बारे में… 

दूध-भात का भोग लगाएं

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, संतान सुख की प्राप्ति के लिए अहोई माता की पूजा के बाद भगवान शिव और माता पार्वती को दूध और भात का भोग लगाएं। साथ ही उस दिन बने खाने का आधा भाग गाय के भी लिए निकाल दें। फिर शाम के समय पीपल पर दीपक जलाकर उसकी परिक्रमा करें। ऐसा करने से अहोई माता की आप पर कृपा बरसेगी।

अहोई माता को यह माला अर्पित

निसंतान माताएं अहोई अष्टमी के दिन चांदी के 9 मोतियों को माता अहोई का ध्यान करते हुए लाल धागे में पिरो लें और उसकी एक माला बना लें। फिर उस माला को अहोई पूजा के दौरान अर्पित करते हुए संतान प्राप्ति की मनोकामना मांगे। ऐसा करने से आपके आंगन में जल्द ही बच्चे की किलकारियां गुजेंगी।

इस रंग के फूल माता अहोई करें अर्पित

अहोई अष्टमी के दिन पूजा के दौरान अहोई माता को सफेद फूल अर्पित करें और संतान प्राप्ति के लिए प्रार्थना करें। साथ ही घर में जितने सदस्य हों, उतने पौधे लगाएं और उनके बीच एक छोटा सा तुलसी का पौधा भी लगाएं। साथ सांयकाल के समय सितारों से प्रार्थना करें। ऐसा करने से आपकी मनोकामना जल्द पूरी होगी।

माता गौरी और शिवजी की ऐसे करें पूजा

अहोई अष्टमी के दिन से भैया दूज तक पारद शिवलिंग पर ब्रह्म मुहूर्त में नियम से दूध से अभिषेक करें। साथ ही माता गौरी से संतान प्राप्ति के लिए आशीर्वाद मांगे और मन में जो भी हो उसे बता दें। ऐसा करने से भगवान शिव और माता गौरी की आशीर्वाद प्राप्त होगा।

भगवान गणेश के इस मंत्र का करें जप

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, अहोई अष्टमी के दिन से 45 दिनों तक लगातार गणपति की मूर्ति पर बिल्व पत्र चढ़ाएं और हर रोज 'ओम पार्वतीप्रियनंदनाय नम:' मंत्र का 11 माला जप करना चाहिए। इससे आपकी संतान प्राप्ति की इच्छा की मनोकामना जल्द पूरी होगी।

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