4 साल बाद सूर्य पूजा का बना विशेष योग, सारी बीमारियां होंगी दूर
सावन महीने में शिव जी के साथ-साथ सूर्य देव की पूजा का भी खासा महत्व है. .
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। सावन महीने (Sawan Month) में शिव जी के साथ-साथ सूर्य देव (Surya Dev) की पूजा का भी खासा महत्व है. इस महीने में रोजाना सुबह सूर्य को जल चढ़ाने से बहुत लाभ मिलता है. इसके अलावा सावन महीने के शुक्लपक्ष की सप्तमी को यदि रविवार पड़े तो उसे भानु सप्तमी (Bhanu Saptami) कहते हैं और इस दिन सूर्य की पूजा करने से जिंदगी की सारी परेशानियां-बीमारियां दूर होती हैं.
4 साल बाद बना है योग
सावन महीने के शुक्ल पक्ष की सप्तमी को रविवार पड़ने का यह योग 4 साल बाद बना है. इसके अलावा आज (15 अगस्त, रविवार) विशाखा नक्षत्र भी है. चूंकि रविवार का दिन सूर्य देव को समर्पित है, ऐसे में आज सूर्य भगवान को जल चढ़ाने से उनकी पूजा करने से सारी परेशानियां दूर होंगी. इसके अलावा व्यक्ति की बीमारियां दूर होंगी, उसका करियर बेहतर होगा. साथ ही कुंडली में सूर्य ग्रह (Sun) मजबूत होकर शुभ फल देगा. अब सावन महीने में ऐसा अगला संयोग 2024 में 11 अगस्त को बनेगा.
ऐसे करें व्रत-पूजा
भानु सप्तमी के दिन व्रत-पूजा करने से ढेरों लाभ होते हैं. इसके लिए इस दिन सुबह जल्दी स्नान करके सूर्य को अर्घ्य दें और व्रत का संकल्प लें. सूर्य को जल चढ़ाने के लिए तांबे के लोटे में जल लेकर उसमें लाल चंदन या कुमकुम, लाल फूल, चावल-गेहूं के दानें डालें. फिर इससे सूर्य को अर्घ्य दें. जल चढ़ाते समय ऊं घृणि सूर्याय नम: मंत्र का जाप करें. जल चढ़ाने के बाद गायत्री मंत्र और आदित्य हृदय स्तोत्र का पाठ करना भी उचित होगा. वहीं इस व्रत में फलाहार करें लेकिन नमक न खाएं. हो सके तो पूरे दिन तांबे के बर्तन का पानी पिएं. इससे बहुत सकारात्मक ऊर्जा मिलेगी.