वास्तु के अनुसार जानिए, किस कोने में तुलसी के पौधे को लगाना माना गया है शुभ
हिंदू धर्म में तुलसी के पौधे को बहुत ही पूजनीय और आस्था का प्रतीक माना गया है। हिंदू धर्म को मानने वाले लोगों के घरों में तुलसी का पौधा जरूर होता है और प्रतिदिन पूजा की जाती है।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क | हिंदू धर्म में तुलसी के पौधे को बहुत ही पूजनीय और आस्था का प्रतीक माना गया है। हिंदू धर्म को मानने वाले लोगों के घरों में तुलसी का पौधा जरूर होता है और प्रतिदिन पूजा की जाती है। तुलसी के पत्तों का भोग भगवान को लगाया जाता है। हिंदू धर्म में तुलसी पूजनीय होने के साथ इसमें औषधीय गुण भी होते हैं। लेकिन क्या आपको मालूम है वास्तु और धर्म शास्त्रों के अनुसार तुलसी की पूजा और इस पौधे को लगाने व रखने की दिशा क्या होनी चाहिए। आइए जानते हैं इसके बारे में कुछ नियम...
वास्तु के अनुसार घर में तुलसी के पौधे के लिए उत्तर, उत्तर-पूर्व या पूर्व दिशा अच्छी मानी गई है। इन दिशाओं में तुलसी का पौधा लगाने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का वास होता है। लेकिन ध्यान रहे तुलसी का पौधा घर के दक्षिणी भाग में नहीं लगाना चाहिए, इससे वास्तु दोष उत्पन्न होता है।
तुलसी को घर में लगाने से कई सारे फायदे होते हैं, माना जाता है कि इससे पारिवारिक कलह कम होती है। धन लाभ के लिए सुबह उठकर तुलसी के ग्यारह पत्ते तोड़ लें। नौकरी व कारोबार में तरक्की के लिए गुरुवार को तुलसी का पौधा पीले कपड़े में बांधकर, ऑफिस या दुकान में रखें। ऐसा करने से कारोबार बढ़ेगा और नौकरी में प्रमोशन भी हो जाएगा।
तुलसी के पौधे की पूजा करने से भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी जरूर प्रसन्न होते हैं इसलिए रोजाना शाम के समय दीपक अवश्य जलाना चाहिए। इससे घर में फैली नकारात्मक ऊर्जा भी नष्ट हो जाती है। तुलसी के पत्तों का नियमित सेवन करने से शरीर में ऊर्जा का प्रवाह होता है और व्यक्ति की आयु बढ़ती है। संक्रामक रोगों से निपटने के लिए तुलसी बहुत कारगर उपाय है।
तुलसी का धार्मिक महत्व-
शास्त्रों में कहा गया है कि तुलसी के पत्तों को रविवार, एकादशी और ग्रहण वाले दिन भूलकर भी नहीं तोड़ना चाहिए। भगवान विष्णु और श्रीकृष्ण की कोई भी पूजा तुलसी दल के बिना पूरी नहीं मानी जाती है। वहीं हनुमान जी को भी भोग में तुलसी दल बहुत ही प्रिय होती है। पुराणों में बताया गया है मृत्यु के समय गंगाजल संग तुलसी के पत्ते लेने से आत्मा को शान्ति और स्वर्ग की प्राप्ति होती है।
पूजा में कभी भी तुलसी के पत्ते और गंगाजल को बासी नहीं माना जाता। ये दोनों चीजें किसी भी परिस्थिति में बासी और अपवित्र नहीं मानी जाती। माना जाता है कि जिन घरों में रोजाना तुलसी की पूजा होती है वहां कभी यमदूत प्रवेश नहीं करते। इसके साथ ही घर की सुख-समृद्धि बनी रहती है।