पौराणिक मान्यता के अनुसार चंद्र ग्रहण के दौरान ये कार्य वर्जित

19 नवंबर को साल का आखिरी चंद्र ग्रहण लगने जा रहा है

Update: 2021-11-18 03:28 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। हिंदू पंचांग के अनुसार 19 नवंबर को साल का आखिरी चंद्र ग्रहण  लगने जा रहा है. कहा जा रहा है कि ये सदी का सबसे बड़ा और सबसे लंबा चंद्र ग्रहण होगा. बता दें कि यह एक खंडग्रास चंद्र ग्रहण होगा. चंद्रग्रहण का असर वृषभ राशि और कृतिका नक्षत्र में लगेगा. हालांकि, इस ग्रहण का कुछ राशियों पर अच्छा तो कुछ पर नकारात्मक प्रभाव भी दिख सकता है. ज्‍योतिष के मुताबिक, चंद्र ग्रहण के दौरान कई कार्यों को करना वर्जित माना जाता है.

आपको बता दें कि कार्तिक पूर्णिमा के दिन लगने वाला वर्ष 2021 का आखिरी चन्द्र ग्रहण आंशिक रहेगा यानी इस चंद्र ग्रहण के दौरान सूतक नहीं लगेगा. पौराणिक मान्यताओं के आधार पर ऐसा माना जाता है कि पूर्ण ग्रहण की स्थिति में ही सूतक नियमों का पालन किया जाता है. आंशिक, खंडग्रास ग्रहण की स्थिति सूतक काल प्रभावी नहीं होता है.
पौराणिक मान्यता के अनुसार कि सूतक काल में शुभ कार्य नहीं किए जाते हैं. हांलाकि, बहुत सारे लोग आंशिक व खंडग्रास ग्रहण चंद्र ग्रहण के दौरान भी ग्रहण से जुड़े नियमों का पालन करते हैं. आइए, जानते हैं कि ग्रहण के दौरान क्या करना चाहिए और क्या नहीं
चंद्र ग्रहण के दौरान न करें ये काम :
– भोजन पकाना या खाना-पीना वर्जित माना जाता है.
– इस दौरान पूजा न करें और मंदिर के पट बंद कर दें.
– ग्रहण के दौरान सोना नहीं चाहिए.
– ग्रहण के समय गर्भवती महिलाएं घर से बाहर न निकलें.
– इस दौरान पेड़-पौधे नहीं छूना चाहिए.
ग्रहण से पहले, उस दौरान और बाद में क्या करें
-ग्रहण शुरु होने से पहले खाने-पीने की चीजों में तुलसी के पत्ते डाल दें.
– ग्रहण के दौरान आप भगवान का नाम जप और मंत्रों का जाप कर सकते हैं.
– ग्रहण के बाद घर की साफ-सफाई करें. गंगा जल छिड़कें और नहाएं.
– इसके बाद अन्न दान करें.
जिन राशियों पर इस ग्रहण का बुरा प्रभाव पड़ेगा, उन्हें विशेष रूप से सावधान रहने की जरूरत है.


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