चाणक्य नीति के अनुसार कष्टों से मुक्ति के लिए व्यक्ति ये 5 बातें अपनाएं
राजनीति के प्रकाण्ड पंडित आचार्य चाणक्य (Acharya Chanakya) द्वारा लिखित नीतियां आज के समय में भी बेहद प्रासंगिक हैं.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। राजनीति के प्रकाण्ड पंडित आचार्य चाणक्य (Acharya Chanakya) द्वारा लिखित नीतियां आज के समय में भी बेहद प्रासंगिक हैं. इसमें जीवन के महत्वपूर्ण विषयों की ओर ध्यान दिलाया गया है. उन्होंने हर वर्ग के लोगों के लिए अपने अनुभवों से संचित ज्ञान प्रस्तुत किया है. साथ ही व्यक्ति के संबंधों, उसके जीवन में आने वाले सुख-दुख समेत जीवन की अन्य समस्याओं का जिक्र करते हुए इनके समाधान पर भी बात की है. चाणक्य नीति के अनुसार व्यक्ति अकेले ही पैदा होता है और वह अकेले ही मृत्यु प्राप्त करता है. आचार्य चाणक्य के अनुसार मनुष्यों और अन्य प्राणियों में खाना, सोना, घबराना और गमन करना एक समान ही है. मनुष्य अन्य प्राणियों से श्रेष्ठ है, तो सिर्फ अपने विवेक, ज्ञान की बदौलत. इसलिए जिन मनुष्यों में ज्ञान नहीं है वे पशु हैं. आप भी जानिए चाणक्य नीति की महत्वपूर्ण बातें.