आचार्य चाणक्य के अनुसार पति पत्नी में इस बात का रखे ध्यान
आचार्य चाणक्य ने अपनी नीति में बताया है कि पति पत्नी का रिश्ता तभी सफल रहता
आचार्य चाणक्य ने अपनी नीतियों में कई सारी बातें बताई हैं। चाणक्य नीति में कई सारी बातें वैवाहिक जीवन से जुड़ी हुई भी बताई गई हैं। अगर शादीशुदा व्यक्ति इन नीतियों को अपना ले तो कभी भी उसके विवाहित जीवन में दरार नहीं आएगी। चाणक्य ने वैवाहिक जीवन को खुशहाल बनाने के लिए कुछ नीतियां बताई है जिसमें अगर पत्नी या पति कर ले तो कभी भी आपके रिश्ते में झगड़ा नहीं होगा। आचार्य चाणक्य ने बताया है कि अगर पति इन तीन चीजों की मांग करता है तो पत्नी को हर हाल में पूरा करना चाहिए।
पति को प्रेम से करें संतुष्ट
आचार्य चाणक्य ने अपनी नीति में बताया है कि पति पत्नी का रिश्ता तभी सफल रहताहै जब दोनों के बीच प्यार हो। हमेशा पत्नी को पति को प्रेम से संतुष्ट करना चाहिए। पति का भी यही कर्तव्य होता है की पत्नी की हर चाहत को पूरा करें|अगर ऐसा नहीं होता है तो उस रिश्ते में दरार आ जाती है।
वैवाहिक जीवन में ना आने दे दरार
चाणक्य नीति के अनुसार पति-पत्नी को कभी भी अपने वैवाहिक जीवन में दरार नहीं आनी देनी चाहिए। अगर आपके विवाहित जीवन में दरार है अभी तो उसे खत्म कर देना चाहिए। पत्नी को अपना कर्तव्य हमेशा पूरा करना चाहिए। पति को भी अपनी पत्नी के प्रति अच्छा व्यवहार करना चाहिए।
पति के सुख दुख में करना चाहिए सपोर्ट
पत्नी को हर हाल में अपने पति के साथ रहना चाहिए। चाहे सुख हो और चाहे दुख हो हर परिस्थिति में पत्नी को अपने पति का साथ देना चाहिए। पत्नी का कर्तव्य है कि वह पति की सभी चीजों का ध्यान रखें और जब वह उदास हो तो उसके मन को शांत करने की कोशिश करें।