सूर्य ग्रहण और शनि अमावस्या का बन रहा विशेष संयोग, आप भूल कर भी न करें ये काम
ज्योतिषाचार्यों और खगोलविदों के अनुसार साल का आखिरी सूर्य ग्रहण 04 दिसंबर को लग रहा है।इस दिन सुबह 10 बजकर 59 मिनट पर शुरू होकर दोपहर 03 बजकर 07 मिनट पर समाप्त होगा।
ज्योतिषाचार्यों और खगोलविदों के अनुसार साल का आखिरी सूर्य ग्रहण 04 दिसंबर को लग रहा है।इस दिन सुबह 10 बजकर 59 मिनट पर शुरू होकर दोपहर 03 बजकर 07 मिनट पर समाप्त होगा। सूर्य ग्रहण हिंदी पंचांग के अनुसार इस दिन मार्गशीर्ष माह की अमावस्या तिथि और शनिवार का दिन पड़ रहा है। इस संयोग को शनिश्चरी अमावस्या के नाम से जाना जाता है। हालांकि ये सूर्य ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा, इस कारण इसका सूतक भी मान्य नहीं है। लेकिन शनिश्चरी अमावस्या की तिथि में पड़ने के कारण विशिष्ट प्रभाव पड़ेगा। हिंदू धर्म और ज्योतिषशास्त्र में ग्रहण को शुभ नहीं माना जाता है। इसलिये ग्रहण काल में विशेष सावधानी बरतनी चाहिए। आइए जानते हैं सूर्य ग्रहण के दौरान कौन से कार्य नहीं करने चाहिए.....
1-सूर्य ग्रहण को शुभ नहीं माना जाता है। इसलिए इस काल में कोई भी शुभ और मांगलिक कार्य नहीं करना चाहिए।
2- सूर्य ग्रहण के काल में न तो खाना खाना चाहिए और न ही खाना बनाना चाहिए।पहले से बने हुए खाने में तुलसी पत्र डाल कर ढक कर रख दें और ग्रहण के बाद स्नान करके ही खाए।
3- ग्रहण के काल में घर से बाहर निकलना शुभ नहीं माना जाता है। इस दौरान गर्भवती महिलाओं को विशेष रूप से बाहर नहीं निकलना चाहिए।
4- सूर्य ग्रहण के दौरान धारदार चीजों जैसे चाकू, कैची आदि का प्रयोग करने से बचें।
5- सूर्य ग्रहण के काल में दाढी और बाल भी नहीं कटवाने चाहिए।
6- सूर्य ग्रहण के काल में मंदिरों के कपाट बंद रखने चाहिए और इस काल में भगवान का दर्शन न करें। इस काल में सूर्य देव और अपने इष्ट देव का पूजन करना चाहिए।
7- इस साल सूर्य ग्रहण के साथ शनिश्चरी अमावस्या का भी संयोग बन रहा है, इस दिन लोहा, सरसों का तेल, काली उरद और काले रंग के कपड़ों को खरीद कर घर नहीं लाना चाहिए। इस दिन इन चीजों का दान करने से शनिदोष दूर होता है।