* श्री दूधेश्वरनाथ महादेव मंदिर
यह मंदिर गाजियाबाद स्थित सबसे प्रसिद्ध शिव मंदिर है। ऐसी मान्यता है कि महादेव के इस मंदिर का इतिहास करीब 5000 साल पुराना है। इस मंदिर में हर समय एक धूना जलती है। बताया जाता है कि यह कलयुग में महादेव के प्रकट होने के बाद से ही जल रही है। सावन के महीने में यहां शिवलिंग पूजन के लिए भक्तों की भारी भीड़ जुटती है। पुराणों में इस मंदिर का वर्णन हिरण्यागर्भ ज्योतिर्लिंग के रूप में मिलता है, जिसे श्रीराम के जन्म से भी पूर्व त्रेतायुग का बताया गया है।
* प्राचीन गौरी शंकर मंदिर
दिल्ली के चांदनी चौक स्थित इस मंदिर में करीब 800 साल पुराना भूरे रंग के पत्थर से निर्मित शिवलिंग है, जो संगमरमर से चारों ओर से ढका हुआ है। ऐसी मान्यता है कि इस मंदिर का निर्माण एक मराठा सिपाही ने करवाया था, जो भगवान शिव का परमभक्त था। लोककथा के अनुसार, एक बार जब वह सिपाही जख्मी था और उसकी जिंदगी खतरे में थी तो उसने भगवान शिव से प्रार्थना की थी कि अगर वह जिंदा बचा तो शिव मंदिर बनवाएगा। जब ऐसा हुआ तो उसने अपने वचन के अनुसार मंदिर का निर्माण करवाया।
* मंगल महादेव बिरला कानन मंदिर
दिल्ली के शिवाजी मार्ग पर स्थित इस मंदिर का उद्घाटन, साल 1994 में शिवरात्रि के दिन किया गया था। इस मौके पर पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी भी मौजूद थे। यह मंदिर करीब 200 एकड़ में फैला हुआ है। यहां भगवान शिव का विशालकाय मूर्ति स्थापित है। इसकी ऊंचाई 100 फीट है। अगर आप एनएच 8 से गुजरते हैं तो मंदिर के भगवान शिव की मूर्ति दूर से ही नजर आती है। मंदिर में भगवान शिव के साथ ही माता पार्वती, कार्तिकेय, नंदी, सीता-श्रीराम, राधा कृष्ण और भगवान गणेश की भी मूर्तियों की भी पूजा की जा सकती है। यहां बनी सभी मूर्तियां काफी विशाल और कांस्य धातु की बनी हैं। यहां मंदिर में सुंदर बगीचे भी बने हुए हैं, जो यहां आए भक्तों को शांत वातावरण देने के साथ ही मनमोहक प्रतीत होते हैं।
* नीली छतरी मंदिर
दिल्ली के निगमबोध घाट स्थित नीली छतरी मंदिर, भगवान शिव को समर्पित है। ऐसा माना जाता है कि इसका निर्माण महाभारत काल में हुआ था। पांडवों में सबसे बड़े युधिष्ठिर ने इसका निर्माण करवाया था। ऐसा कहा जाता है कि उन्होंने अश्वमेघ यज्ञ भी इसी मंदिर में करवाया था।
* गोपेश्वर महादेव मंदिर
गाजियाबाद के वैशाली के सेक्टर 4 में स्थित इस मंदिर के भव्य रूप के दर्शन आपको दूर से ही होने लगते हैं। वैशाली मेट्रो स्टेशन से नीचे आते समय दाएं ओर बनी स्वचालित सीढ़ी से उतरते समय आपको मंदिर के दर्शन होने लग जाते हैं। यहां हर साल सावन माह में भक्त अपनी मनोकामना सिद्धि के लिए पूजा करने पहुंचते हैं। इसके अलावा वैशाली में गुलमोहर शिवालय भी काफी प्रसिद्ध है। यह मंदिर श्री शनि धाम के नजदीक बना है और यहां आप वैशाली मेट्रो स्टेशन पर उतरकर आसानी से जा सकते हैं।