भोलेनाथ को प्रसन्न करने के लिए करें इन चमत्कारी मंत्रों का जाप

इस सावन माह में भगवान शिव की पूजा करने का विशेष महत्व है। सावन शुरू होते ही कांवड़िए भी भगवान भोले का उद्घोष करते हुए बाबा के दर जाते हैं। इस साल सावन 12 अगस्त को समाप्त हो रहे है।

Update: 2022-07-16 04:37 GMT

इस सावन माह में भगवान शिव की पूजा करने का विशेष महत्व है। सावन शुरू होते ही कांवड़िए भी भगवान भोले का उद्घोष करते हुए बाबा के दर जाते हैं। इस साल सावन 12 अगस्त को समाप्त हो रहे है। सावन मास में भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए भक्त पूजा पाठ के साथ विभिन्न तरह के उपाय अपनाते हैं। भगवान शिव की पूजा के दौरान ऊं नम: शिवाय के अलावा कुछ मंत्रों का जाप करना लाभकारी साबित होगा। भगवान शिव के इन मंत्रों का जाप करने से व्यक्ति को हर काम में सफलता मिलेगी। इसके साथ ही धन-समृद्धि, प्रमोशन, नौकरी, विवाह होने के साथ-साथ अच्छा स्वास्थ्य मिलेगा। जानिए भगवान शिव के पंचाक्षर मंत्र के अलावा किन मंत्रों का जाप करना होगा शुभ।

माना जाता है कि भगवान शिव जल्द ही प्रसन्न हो जाते हैं। इसलिए भगवान की पूजा विधिवत तरीके से पूरे नियमों के अनुसार करनी चाहिए। इसके साथ ही इन मंत्रों का जाप करना चाहिए।

तस्वीरों में समझें- भगवान शिव को क्यों प्रिय है सावन माह

सावन के पूरे माह में करें इन मंत्रों का जाप

शिव पंचाक्षार मंत्र

भगवान शिव से संसार के कल्याण के लिए स्वयं पंचाक्षर मंत्र की रचना की जो है- ऊं नम: शिवाय । इन मंत्र का जाप रोजाना करने से हर तरह के कष्टों से छुटकारा मिल जाएगा।

महामृत्युंजय मंत्र

ऊँ हौं जूं स: ऊँ भुर्भव: स्व: ऊँ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्। ऊर्वारुकमिव बन्धनान्मृत्योर्मुक्षीय मामृतात् ऊँ भुव: भू: स्व: ऊँ स: जूं हौं ऊँ।।

सावन में करें इन मंत्रों का भी जाप

ॐ सर्वात्मने न:

ॐ त्रिनेत्राय नम:

ॐ हराय नम:

ॐ इन्द्रमुखाय नम:

ॐ श्रीकंठाय नम:

ॐ वामदेवाय नम:

ॐ तत्पुरुषाय नम:

ॐ ईशानाय नम:

ॐ अनंतधर्माय नम:

ॐ ज्ञानभूताय नम:

ॐ अनंतवैराग्यसिंघाय नम:

ॐ प्रधानाय नम:

ॐ व्योमात्मने नम:

ॐ युक्तकेशात्मरूपाय नम:

भगवान शिव के इन मंत्रों का जाप बहुत ही आराम से बिना त्रुटि किए करना चाहिए, जिससे मंत्रों का पूर्ण फल प्राप्त हो।


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