संयुक्त राष्ट्र: अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर शुक्रवार को संयुक्त राष्ट्र में आयोजित एक कार्यक्रम में शामिल अधिकारियों और राजनयिकों ने योग को वैश्विक एकता के संगठन के प्रयासों का प्रतीक बताया। संयुक्त राष्ट्र महासभा के अध्यक्ष डेनिस फ्रांसिस ने शुक्रवार को कहा कि योग "संयुक्त राष्ट्र के लिए एक शक्तिशाली रूपक है", यानि एक ऐसा शब्द जिसके मायने उसके शब्दार्थ से कहीं अधिक होते हैं।
उन्होंने कार्यक्रम में जारी एक वीडियो संदेश में कहा, "जिस तरह योग इंसानी अनुभवों के विभिन्न पहलुओं को एक साथ लाता है और संपूर्णता में उसे संतुलित करता है, उसी तरह संयुक्त राष्ट्र समान लक्ष्यों की दिशा में काम करने के लिए विभिन्न देशों और संस्कृतियों को एकजुट करता है।"
उन्होंने कहा, "इस एकता में एक-एक मिलकर ग्यारह बन जाते हैं, जो शांति और सद्भाव का प्रतीक है।" कार्यक्रम में शामिल संयुक्त राष्ट्र की उप महासचिव अमीना मोहम्मद ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र में आयोजित कार्यक्रम में योग की एक करने की शक्ति परिलक्षित हो रही है।
उन्होंने कहा, "योग एकता के बारे में है, मन, शरीर और आत्मा की एकता के बारे में। यह आपके बारे में है, यह मेरे बारे में है और यह हमारे बारे में है। आज संयुक्त राष्ट्र में, हम देखते हैं कि यह कैसे संस्कृतियों और देशों के लोगों को एकजुट करता है।" उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ पिछले साल के समारोह को याद किया, जिसमें सबसे अधिक देशों के नागरिकों ने एक साथ योग करने का गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया गया था।
उन्होंने कहा, "वह उपलब्धि योग की वैश्विक लोकप्रियता, इसकी सार्वभौमिक अपील और लोगों को उनके साझा हितों और उनकी साझा मानवता के लिए एक साथ लाने की इसकी शक्ति का एक अद्भुत और शक्तिशाली प्रतीक है।" संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने एक लिखित संदेश में कहा, "इस वर्ष का विषय - 'स्वयं और समाज के लिए योग' - हमें लोगों के जीवन और व्यापक समुदाय को बेहतर बनाने में योग की महत्वपूर्ण भूमिका की याद दिलाता है।"
उन्होंने कहा कि अब दुनिया भर में सभी धर्मों और संस्कृतियों के लोगों द्वारा अपनाया गया योग उन्हें संतुलन, ध्यान और शांति के अपने मूल्यों के साथ दूसरे लोगों और पूरे ग्रह के साथ जोड़ता है।" ईस्ट रिवर की ओर से आती हल्की हवा के बीच संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय के उत्तरी लॉन में दुनिया भर के राजनयिकों और संयुक्त राष्ट्र कर्मचारियों तथा आमंत्रित भारतीय प्रवासियों ने सफेद और नीले रंग की टी-शर्ट पहनकर सामूहिक योगाभ्यास किया।
संयुक्त राष्ट्र की अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस समिति की अध्यक्ष डेनिस स्कॉटो ने कहा कि यह "उल्लेखनीय" है कि 177 देशों ने 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस घोषित करने वाले 2014 के महासभा प्रस्ताव को सह-प्रायोजित किया।
उन्होंने कहा, "यह दुनिया भर की एकता को दर्शाता है।" यूएन चैंबर म्यूजिक सोसायटी ने बंगाली में रवींद्रनाथ टैगोर की "स्ट्रीम्स ऑफ लाइट" का प्रदर्शन किया। भारतीय राग नृत्य मंडली ने शास्त्रीय नृत्य प्रस्तुत किए, जिनमें से एक में "योग मुद्राएं" शामिल थीं।