मुंबई: उत्तराखंड में यूसीसी लागू होने के बाद महाराष्ट्र में इसकी मांग उठने लगी है। जिसको लेकर सियासत गर्म हो गई है।
एनसीपी (एसपी) के नेता फहाद अहमद ने कहा कि उन्हें महाराष्ट्र में मसौदा लाने दें, हम इस पर अध्ययन करेंगे। फिर, हम टिप्पणी करेंगे।
उन्होंने आगे कहा कि आज हमने ईवीएम के खिलाफ विरोध किया है। अगर आप मेरे निर्वाचन क्षेत्र में देखें तो आप देख सकते हैं कि मारकंदवाड़ी में निष्पक्ष चुनाव नहीं हुए। आज हम इसके खिलाफ विरोध कर रहे हैं। हम मांग करते हैं कि जांच होनी चाहिए। लोकतंत्र में अगर लोगों की आशंकाएं हैं, अगर लोगों को संदेह है तो चुनाव आयोग को सामने आना चाहिए। चुनाव आयोग क्यों नहीं सामने आता है?
उन्होंने आगे कहा कि मैं उम्मीदवार था, मैं तीन हजार मतों से चुनाव हार गया। मैंने सीसीटीवी फुटेज मांगे, आज तक मुझे कोई जवाब नहीं मिला। अगर लोकतंत्र के अंदर लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं से लोगों का विश्वास उठ जाएगा तो हमारा लोकतंत्र कमजोर हो जाएगा। लोकतंत्र में अगर सवाल-जवाब नहीं होगा तो लोकतंत्र खत्म हो जाएगा।
महाकुंभ को लेकर हुसैन दलवई के बयान पर उन्होंने कहा कि भाजपा चाहती है कि राजनीति जाति पर होनी चाहिए, यह तरीका ठीक नहीं है। इस पर कोई राजनीति नहीं होनी चाहिए। योगी सरकार वहां जाकर कैबिनेट की बैठक कर रही है। ऐसी व्यवस्थाएं पहले भी होती थी, इनको केवल मुद्दा चाहिए। मुझे लगता है हमें किसी भी धर्म, जाति के बारे में सोच-समझकर बोलना चाहिए, क्योंकि ये बहुत ही निजी मामला होता है।
आपको बता दें कि कांग्रेस नेता हुसैन दलवई ने गंगा नदी के पानी में गंदगी होने के कारण उसमें स्नान करने से बड़े पैमाने पर बीमारियां फैलने की बात कही थी।