रोहतक: डॉक्टरों ने महिला के पेट से 8 किलो का ओवेरियन ट्यूमर निकाला, डॉ. सविता सिंघल ने महिलाओं से की अहम अपील
रोहतक: रोहतक के पंडित भगवत दयाल शर्मा स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय की स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग की सीनियर प्रोफेसर डॉ. सविता सिंघल और उनकी टीम ने एक महिला मरीज के पेट से 8 किलोग्राम ओवेरियन ट्यूमर को निकालकर उसे नया जीवन दान दिया।
महिला जींद की निवासी है। उसके एक साल से पेट में दर्द रहता था। महिला का पेट फूलने लग गया था। ऑपरेशन करने वाले डॉक्टरों का कहना 20 -22 साल में दूसरा ऐसा केस सामने आया है। ट्यूमर को टेस्ट के लिए लैब में भेजा गया है, लेकिन महिला बिल्कुल ठीक है। एक सप्ताह के बाद महिला अपने घर जा सकेगी।
स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. सविता ने आईएएनएस को बताया कि एक महिला पेट के दर्द के कारण पीजीआई में आई थी। महिला का पेट फुला हुआ था और उसके पेट पर चर्बी फैली हुई थी। जांच करने पर महिला के पेट मे एक मोटी गांठ दिखाई दी। इसके बाद महिला का ऑपरेशन करना पड़ा। महिला के पेट से 8 किलो का ओवेरियन ट्यूमर निकाला गया है। ऑपरेशन से पहले सभी सीनियर डॉक्टरों की सलाह ली गई। मामला गंभीर था, इसलिए एनेस्थीसिया की टीम को साथ में रखा गया। कड़ी मकसद के बाद महिला के पेट से ट्यूमर को निकाला गया।
उन्होंने आगे बताया कि महिला को एक साल से पेट में दर्द रहता था। उसने प्राइवेट अस्पताल में भी दिखाया था, लेकिन उसे आराम नहीं मिला। इसके बाद महिला ने जींद सरकारी अस्पताल में दिखाया, जहां से उसे पीजीआईएमएस रेफर किया गया था।
डॉ. सविता सिंघल ने 45 वर्ष से अधिक आयु की महिलाओं से अपील की है कि यदि किसी महिला के पेट में कोई दिक्कत आती है तो वह स्त्री रोग विशेषज्ञ को जरूर दिखाएं ताकि वह बीमारी फैलने से पहले इलाज हो सके। इस बीमारी के लक्षण पेट में अफारा आना, पेट में भारीपन रहना, बिना वजह उल्टी आना, कब्ज की समस्या रहती हो, पैरों में सूजन आदि लक्षण मेनोपॉज के टाइम पर नजर आते हैं, तो उन्हें जल्द ही किसी अच्छी स्त्री रोग विशेषज्ञ से संपर्क करना चाहिए। समय पर इस प्रकार के ट्यूमर का इलाज नहीं कराया गया तो वह कैंसर का भी रूप धारण कर सकता है, जिससे मरीज की जान खतरे में पड़ जाती है। उन्होंने कहा कि पीजीआईएमएस में इस प्रकार की बीमारी के इलाज की सभी अत्याधुनिक मशीन उपलब्ध हैं ।