बिहार की सात हस्तियों को पद्म सम्मान मिलने पर क्या बोले मृत्युंजय तिवारी और दिलीप जायसवाल ?

Update: 2025-01-27 03:05 GMT
पटना: बिहार की सात हस्तियों को इस साल पद्म पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। पद्म पुरस्कार को लेकर अब राजद प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी की प्रतिक्रिया सामने आई है। उन्होंने कहा कि कई ऐसे लोग हैं, जिन्हें पद्म सम्मान मिलना चाहिए था।
राजद प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने आईएएनएस से बातचीत में कहा, "पद्म पुरस्कार की घोषणा की गई, जिसमें नामों का चयन सरकार के द्वारा किया जाता है। सरकार अपने तरीके से लोगों को पद्म सम्मान देती है। मैं मानता हूं कि इस पर राजनीति नहीं होनी चाहिए, लेकिन कुछ लोग ऐसे भी हैं, जिन्हें यह पुरस्कार मिलना चाहिए।"
बिहार के भाजपा अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने कहा, "मैं केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद देता हूं, उन्होंने बिहार की उन विभूतियों को सम्मान देने का काम किया है, जिन्होंने अलग-अलग क्षेत्रों में अपना योगदान दिया है। बिहार के लिए यह गौरव की बात है। मैं सभी हस्तियों को बधाई देता हूं।"
भारत सरकार ने शनिवार को पद्म पुरस्कार 2025 की घोषणा की। राष्ट्रपति ने 139 पद्म पुरस्कारों को मंजूरी दी है। इसमें बिहार की सात हस्तियां शामिल हैं। इनमें शारदा सिन्हा, सुशील मोदी और आचार्य किशोर कुणाल, भीम सिंह भवेश, डॉ. हेमंत कुमार, निर्मला देवी एवं विजय नित्यानंद सुरिश्वर महाराज के नाम हैं।
गृह मंत्रालय द्वारा जारी सूची में बिहार कोकिला शारदा सिन्हा को कला के क्षेत्र में पद्म विभूषण, सुशील कुमार मोदी को लोक कार्य के क्षेत्र में पद्म भूषण एवं स्व. आचार्य किशोर कुणाल को सिविल सेवा के क्षेत्र में पद्मश्री का सम्मान मरणोपरांत दिया गया है।
बता दें कि 19 शख्सियतों को (चार मरणोपरांत) पद्म भूषण और 113 लोगों को (छह मरणोपरांत) पद्म श्री पुरस्कार देने की घोषणा की गई है।
पद्म भूषण पाने वालों में प्रसार भारती के पूर्व चेयरमैन ए. सूर्य प्रकाश, प्रधानमंत्री के आर्थिक सलाहकार रहे विवेक देबरॉय (मरणोपरांत), जाने माने गायक पंकज उदास (मरणोपरांत), फिल्म निर्माता शेखर कपूर प्रमुख नाम हैं।
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