लेबनान : अपने घरों में लौटने की कोशिश कर रहे लोगों पर इजरायली सेना की ताबड़तोड़ गोलीबारी, 11 की मौत, 83 घायल
बेरूत: इजरायल ने रविवार को दक्षिणी लेबनान में कम से कम 11 लोगों की हत्या कर दी, जिनमें एक लेबनानी सैनिक भी शामिल है। यह तब हुआ जब लेबनानी नागरिक सीमावर्ती क्षेत्र में अपने घरों को लौटने की कोशिश कर रहे थे, जहां इजरायली सेनाएं वापसी की समय सीमा बीत जाने के बाद भी जमी हुई हैं।
अल जजीरा की रिपोर्ट के मुताबिक लेबनान के सार्वजनिक स्वास्थ्य मंत्रालय ने रविवार को कहा, "अपने गांवों में लौटने की कोशिश कर रहे नागरिकों के खिलाफ इजरायली दुश्मन हमलों में 11 लोग मारे गए हैं, जिनमें लेबनानी सेना का एक सैनिक और दो महिलाएं शामिल हैं, साथ ही अब तक 83 लोग घायल हो गए हैं।" इससे पहले तीन नागरिकों की मौत की सूचना दी गई थी।
लेबनान संसद के अध्यक्ष नबीह बेरी, ने एक बयान में कहा कि रविवार का रक्तपात “अंतरराष्ट्रीय समुदाय के लिए तत्काल कार्रवाई करने और इजरायल को कब्जे वाले लेबनानी क्षेत्रों से हटने के लिए मजबूर करने का एक स्पष्ट और जरूरी संकेत है।” बेरी की अमल मूवमेंट पार्टी हिजबुल्लाह के साथ गठबंधन में है।
इससे पहले इजरायल ने शुक्रवार को कहा कि वह अमेरिका की मध्यस्थता में हुए युद्धविराम में निर्धारित रविवार की समयसीमा से आगे भी सैनिकों को जमीन पर रखेगा। हालांकि इजरायल ने हालांकि यह भी साफ नहीं किया कि सैनिक कितने समय तक वहां रहेंगे।
इजरायली मीडिया के मुताबिक आईडीएफ ने रविवार की गोलीबारी पर कहा कि उसने उन संदिग्धों पर गोलीबारी की जो दक्षिणी लेबनान में अभी भी तैनात सैनिकों के करीब पहुंच और जो 'खतरा' पैदा कर रहे थे।
इजरायली सेना ने कहा, "आईडीएफ दक्षिणी लेबनान में तैनात है, उसका इजरायल और लेबनान के बीच युद्धविराम समझौते के अनुसार काम करना जारी है।'
बयान में आगे कहा गया, "आईडीएफ दक्षिणी लेबनान में हिजबुल्लाह की वापसी की कोशिशों पर नजर रख रहा है। आईडीएफ सैनिकों और इजरायल राज्य के लिए उत्पन्न किसी भी खतरे के खिलाफ काम करेगा।"
रिपोर्ट के मुताबिक इजरायली सेना द्वारा की गई गोलीबारी नवंबर में हुए युद्ध विराम समझौते का उल्लंघन हैं, जिसके तहत रविवार को 02:00 (जीएमटी) पर लेबनान से इजरायल की सेना को वापस लौटना था।
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने सेना वापसी में देरी के लिए लेबनान को दोषी ठहराया और कहा कि हिजबुल्लाह ने सीमा क्षेत्र से पर्याप्त रूप से वापसी नहीं की है। लेबनान ने इस दावे का खंडन किया और इजरायल से समय सीमा का सम्मान करने की अपील की।
युद्धविराम की शर्तों के तहत, लेबनानी सेना को दक्षिण में संयुक्त राष्ट्र शांति सैनिकों के साथ तैनात होना था, क्योंकि इजरायली सेना को 60 दिनों की अवधि में क्षेत्र से वापस लौट जाना था।
नवंबर में संयुक्त राज्य अमेरिका और फ्रांस की मध्यस्थता में किए गए इस समझौते ने गाजा पर इजरायल हमलों के साथ शुरू हुई एक साल से अधिक की लड़ाई को समाप्त कर दिया।
इस बीच, लेबनान में संयुक्त राष्ट्र के दूत और लेबनान में संयुक्त राष्ट्र शांति मिशन (यूएनआईएफआईएल) के प्रमुख ने एक संयुक्त बयान में कहा कि लेबनानी नागरिकों की दक्षिणी लेबनान में सुरक्षित वापसी के लिए 'अभी तक स्थितियां नहीं बनी हैं।” उन्होंने कहा कि युद्धविराम समझौते के तहत निर्धारित समयसीमाएं पूरी नहीं हुई हैं। उन्होंने इजरायल और लेबनान दोनों से फिर से प्रतिबद्धता जताने का आग्रह किया।