विशाखापट्टनम : एयू इंटरनेशनल हॉस्टल में प्रदर्शन कर बांग्लादेशी छात्रों देश छोड़ने का अल्टीमेटम, कई गिरफ्तार
विशाखापट्टनम: बांग्लादेश में हिंदू अल्पसंख्यकों पर हो रहे अत्याचारों और चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी के खिलाफ भारत के लोगों में काफी गुस्सा देखा जा रहा है। आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम में रविवार को जन जागरण समिति और हिंदू धार्मिक संगठनों ने बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ चल रही हिंसा के खिलाफ एयू इंटरनेशनल हॉस्टल में विरोध-प्रदर्शन किया।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, जन जागरण समिति और हिंदू धार्मिक संगठनों ने बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ हो रही हिंसा के खिलाफ एयू इंटरनेशनल हॉस्टल में हाथों में पोस्टर लेकर विरोध-प्रदर्शन किया। पोस्टरों पर लिखा था 'गेट आउट बांग्लादेशी मुस्लिम'।
प्रदर्शनकारियों ने एयू इंटरनेशनल हॉस्टल में रह रहे बांग्लादेशी छात्रों को तुरंत भारत छोड़ने की चेतावनी दी अन्यथा उन्हें जबरन बाहर निकाल दिया जाएगा। हालांकि, विरोध-प्रदर्शन की जानकारी मिलते ही पुलिस की टीम मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने हॉस्टल में हिंदू धार्मिक संगठन जन जागरण समिति के कई प्रतिनिधियों को गिरफ्तार कर लिया है।
उल्लेखनीय है कि रविवार को पूरे देश के इस्कॉन मंदिरों में बांग्लादेश के खिलाफ नाराजगी व्यक्त करते हुए कीर्तन किए गए। वृंदावन के चंद्रोदय मंदिर में इस्कॉन भक्तों ने भगवान के सामने कीर्तन किया। लोगों ने कीर्तन कर बांग्लादेश में इस्कॉन भक्त की गिरफ्तारी का विरोध किया और केंद्र सरकार से हस्तक्षेप की मांग की। इसके साथ ही उन्होंने बांग्लादेश की सरकार से भी इस मामले में कार्रवाई की मांग की। इस्कॉन भक्तों का कहना है कि हिंदुओं को लगातार निशाना बनाया जा रहा है जबकि हिंदू शांति से पूजा-अर्चना करते हैं।
मथुरा इस्कॉन के पुजारी ने आईएएनएस को बताया, "बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ हो रही हिंसा को लेकर इस्कॉन में यह कार्यक्रम और पहले आयोजित हो जाना चाहिए था। हम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इस मामले में हस्तक्षेप की पहल करते हैं। बांग्लादेश प्रकरण को लेकर दुनिया भर के इस्कॉन में प्रदर्शन किया जा रहा है, लेकिन इसके लिए सड़कों पर उतरने की जरूरत है। वे लोग डर की भाषा समझते हैं। जब तक भारत और पूरे विश्व में सनातनी सड़कों पर नहीं उतरेगा, तब तक वे लोग सुधरने वाले नहीं हैं। भारत सरकार एक्शन ले रही है, लेकिन जैसा होना चाहिए, वैसा नहीं हो रहा है।"
भुवनेश्वर इस्कॉन के उपाध्यक्ष तुकाराम दास ने कहा कि सभी जानते हैं कि बांग्लादेश में स्थिति बहुत तनावपूर्ण है और वहां धार्मिक अल्पसंख्यक खतरे में हैं। हम दुनिया भर में सभी इस्कॉन मंदिरों में शांति और स्थिति को शांत करने के लिए शांतिपूर्ण प्रार्थना कर रहे हैं। शांति और समृद्धि बनी रहे, इसके लिए हम 'हरे राम हरे कृष्ण' और नर्सिंग प्रार्थना का जाप कर रहे हैं ताकि ईश्वर शांति बनाए रखने के लिए हस्तक्षेप करें।