मुंबई: ऑनलाइन फूड डिलीवरी कंपनी स्विगी का 11,327 करोड़ रुपये का आईपीओ आखिरी दिन शुक्रवार को 3.59 गुणा सब्सक्राइब हुआ। पब्लिक इश्यू खुलने के शुरुआती दो दिनों में आईपीओ को निवेशकों से ठंडा रिस्पॉन्स मिला था।
स्विगी आईपीओ पहले दिन 0.12 गुणा और दूसरे दिन 0.35 गुणा सब्सक्राइब हुआ था। क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (क्यूआईबी) के रिजर्व हिस्सा 6.02 गुणा सब्सक्राइब हुआ है। गैर-संस्थागत निवेशकों (एनआईआई) के लिए रिजर्व हिस्सा 0.41 गुणा और रिटेल निवेशकों के लिए रिजर्व हिस्सा 1.14 गुणा सब्सक्राइब हुआ है।
कर्मचारियों के लिए रिजर्व हिस्से को सबसे अधिक 1.65 गुणा का सब्सक्रिप्शन मिला है। स्विगी का प्राइस बैंड 371 रुपये से लेकर 390 रुपये है। फूड डिलीवरी कंपनी का शेयर 13 नवंबर को एनएसई और बीएसई पर लिस्ट हो सकता है। इसका अलॉटमेंट 11 नवंबर को हो सकता है। ब्रोकरेज के मुताबिक, स्विगी फूड डिलीवरी में जोमैटो के बाद दूसरे स्थान पर है। मौजूदा समय में स्विगी के पास 34 प्रतिशत और जोमैटो के पास 58 प्रतिशत बाजार हिस्सेदारी है।
क्विक कॉमर्स में जोमैटो के ब्लिंकिट का मार्केट शेयर 40 से 45 प्रतिशत और स्विगी के इंस्टामार्ट का मार्केट शेयर 20 से 25 प्रतिशत है। बीते तीन वित्त वर्षों में स्विगी ने कंसोलिडेटेड आधार पर लगातार नुकसान दर्ज किया है। वित्त वर्ष 2021-22 में कंपनी की आय 6,119 करोड़ रुपये थी और इस दौरान कंपनी ने 3,628.90 करोड़ रुपये का नुकसान दर्ज किया था।
वित्त वर्ष 2022-23 में कंपनी की आय 8,714 करोड़ रुपये रही थी। इस दौरान कंपनी का नुकसान बढ़कर 4,179 करोड़ रुपये हो गया। वित्त वर्ष 2023-24 में कंपनी की आय बढ़कर 11,634 करोड़ रुपये हो गई थी। इस दौरान कंपनी ने 2,350 करोड़ रुपये का नुकसान दर्ज किया। वित्त वर्ष 2024-25 की जून तिमाही में कंपनी ने 3,310.11 करोड़ रुपये का कुल आय और 611.01 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा दर्ज किया था।