मुंबई: एनसीपी सांसद सुप्रिया सुले ने गुरुवार को महायुति सरकार पर महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले 'जुमला' राजनीति करने का आरोप लगाया। महाराष्ट्र में इस साल सितंबर-अक्टूबर में विधानसभा चुनाव होने हैं।
सुप्रिया सुले का बयान महायुति सरकार के बजट में की गई अनेक घोषणाओं के बाद आया है, जिनमें मुख्यमंत्री लड़की बहिन योजना भी शामिल थी। उन्होंने भाजपा से उपमुख्यमंत्री अजित पवार के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों पर अपना रुख स्पष्ट करने को भी कहा है।
सुप्रिया सुले ने कहा, "मौजूदा वित्तीय स्थिति क्या है? सरकार को इस बारे में सोचना चाहिए। सरकार जिस तरह से कर्ज ले रही है वह जुमलों की बारिश है क्योंकि चुनाव नजदीक हैं। सरकारी तंत्र और धन का इस्तेमाल चुनाव जीतने और सत्ता में आने के लिए किया जा रहा है। सरकार को गरीबों की मदद करनी चाहिए।"
उन्होंने कहा, "अब बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट को ही देखिये, जबकि किसी ने इसकी मांग नहीं की थी। इन सभी मुद्दों पर विचार किया जाना चाहिए।" सुप्रिया सुले ने कहा कि उन्होंने डिंडोरी के सांसद भास्कर भगारे और बीड के सांसद बजरंग सोनवणे के साथ केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल से मुलाकात कर दूध, चीनी और प्याज के निर्यात और आयात पर केंद्र की नीति के बारे में जानकारी ली।
उन्होंने कहा, "एक बात साफ है कि ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों ने इन मुद्दों पर राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) को खारिज कर दिया है।" सुप्रिया सुले ने अपने चचेरे भाई और उपमुख्यमंत्री अजित पवार पर भी निशाना साधा।
उन्होंने कहा, "महा विकास अघाड़ी अजित पवार के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों का जवाब नहीं दे सकता। लेकिन महायुति को जवाब देना चाहिए, क्योंकि अजित पवार के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप भाजपा ने लगाए थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस समेत अन्य ने अजित पवार के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे। इसलिए जवाब उन्हीं को देना चाहिए।"