नई दिल्ली: मुंबई में शनिवार रात कुछ अज्ञात हमलावरों ने एनसीपी (अजित गुट) के वरिष्ठ नेता बाबा सिद्दीकी की गोली मारकर हत्या कर दी। इस घटना के बाद से देश के तमाम नेताओं ने दुख जताया है।
दिल्ली सरकार में मंत्री इमरान हुसैन ने रविवार को आईएएनएस से बातचीत की। उन्होंने कहा, "मैं इस घटना से काफी दुखी हूं। बाबा सिद्दीकी एक सामाजिक व्यक्ति थे। इस घटना के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।"
कांग्रेस नेता राशिद अल्वी ने कहा, "बहुत दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। बाबा सिद्दीकी बहुत अच्छे नेता थे। उनके साथ मेरे अच्छे संबंध थे। ऐसे नेता जिन्हें सुरक्षा मिली हुई थी। मुंबई के अंदर इस तरह मार दिया जाता है तो आम आदमी खुद को कैसे सुरक्षित महसूस करेगा। महाराष्ट्र में जंगल राज है। भाजपा की जहां-जहां सरकार है। वहां यह हाल है। अमरोहा जिले के अंदर एक लड़की को तेजाब से नहला दिया गया। यह योगी आदित्यनाथ की सरकार की कानूनी व्यवस्था है। वह रोज बोलते हैं कि उत्तर प्रदेश में अच्छी कानून व्यवस्था है। अभी अमेठी के अंदर घर में घुसकर चार लोगों को मार दिया गया था। अभी हम इस घटना को भूला भी नहीं पाए थे कि भाजपा शासित सरकार में दूसरी घटना हो गई।"
केंद्रीय कपड़ा मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा, "महाराष्ट्र सरकार ने अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई तेज कर दी है। उम्मीद है कोई भी अपराधी हो, जो इसमें शामिल हैं वह बच नहीं पाएंगे। ऐसा महाराष्ट्र सरकार का संकल्प है।"
भाजपा नेता शाहनवाज हुसैन ने कहा, "कल बाबा सिद्दीकी की गोली मारकर हत्या कर दी गई। वह एक अच्छे नेता थे। तीन बार विधायक रहे और सरकार में मंत्री भी रहे हैं। शिवसेना उद्धव गुट के नेता और कांग्रेस ओछी बयानबाजी कर रहे हैं। विपक्ष मौत पर भी सियासत करना चाहते हैं। दुख की घड़ी में एकजुट होना चाहिए। लेकिन, विपक्ष बयानबाजी करने में लगा है। इस घटना में दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया। इस घटना के पीछे कौन लोग हैं, उन्हें तलाशा जा रहा है।"