अम्मान: जॉर्डन के संचार मंत्री मुहन्नाद मुबैदीन ने कहा कि रविवार तड़के हुई गोलीबारी की घटना सार्वजनिक सुरक्षा बलों के खिलाफ एक 'आतंकवादी हमला' है। सार्वजनिक सुरक्षा निदेशालय के मुताबिक राजधानी अम्मान में इजरायली दूतावास के पास रबीह क्षेत्र में एक व्यक्ति ने पुलिस पेट्रोलिंग दल पर गोलीबारी की।
सुरक्षा बलों ने हमलावर का पीछा किया और उसे घेर लिया, जिसके बाद उसने गोली चलानी शुरू कर दी। सुरक्षाकर्मियों ने जवाबी कार्रवाई की और हमलावर को मार गिराया। समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार निदेशालय ने बताया कि तीन सुरक्षा अधिकारियों को मामूली चोटें आईं और उन्हें इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया।
हमले पर टिप्पणी करते हुए मुबैदीन ने कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा को नुकसान पहुंचाने या सार्वजनिक सुरक्षा अधिकारियों पर हमला करने के किसी भी कोशिश का कानून की पूरी ताकत से सामना किया जाएगा। उन्होंने कहा कि जो भी अपराधी ऐसी हरकतें करेगा, उसे उचित सजा मिलेगी। हमले की जांच अभी भी जारी है।
मीडिया की खबरों के मुताबिक जिस इलाके में गोलीबारी हुई, वह इजरायल के खिलाफ अक्सर होने वाले प्रदर्शनों का केंद्र रहा है। यहां गाजा में इजरायली सैन्य कार्रवाई के विरोध में बड़ी रैलियां देखी गई हैं। गाजा में इजरायली सेना कार्रवाइयों के बाद अरब देशों में आम जनता का बड़ा वर्ग फिलिस्तीन के समर्थन में विरोध प्रदर्शन कर रहा है।
गाजा में इजरायली सैन्य कार्रवाइयों के बाद से अरब देशों में आम जनता का बड़ा वर्ग फिलिस्तीन के समर्थन में विरोध प्रदर्शन करता रहा है। जॉर्डन के आबादी में बड़ी संख्या फिलिस्तीनी मूल के लोगों की है। वहीं ऐसे लोग भी कम नहीं है जो 1948 में इजरायल की स्थापना के बाद जॉर्डन भाग आए थे।
टाइम्स ऑफ इजरायल की रिपोर्ट के मुताबिक मार्च में, जॉर्डन की राइट पुलिस को सैन्य अभियान के विरोध में दूतावास की ओर मार्च कर रहे सैकड़ों प्रदर्शनकारियों को पीछे धकेलने के लिए आंसू गैस के गोले दागने पड़े थे। जॉर्डन में इजरायली राजदूत रोजेल राचमैन 7 अक्टूबर 2023 के बाद सुरक्षा कारणों से इजरायल में ही हैं।