श्री कृष्ण जन्मभूमि मामले पर इलाहाबाद हाईकोर्ट के फैसले का संत समिति ने किया स्वागत
वाराणसी: अखिल भारतीय संत समिति के राष्ट्रीय महामंत्री स्वामी जितेंद्रानंद सरस्वती ने इलाहाबाद हाईकोर्ट द्वारा श्री कृष्ण जन्मभूमि मामले को सुनवाई योग्य घोषित करने के फैसले का स्वागत किया।
स्वामी जितेंद्रानंद ने कहा कि श्री राम जन्मभूमि, श्री कृष्ण जन्मभूमि और काशी के ज्ञानवापी से जुड़े मुकदमे पहले से ही सुनवाई योग्य थे और आगे भी रहेंगे। उन्होंने कहा कि राजनीतिक कारणों से मुकदमों में बाधा डालना उचित नहीं है और लोकतांत्रिक देश में बहुसंख्यक समाज के हक को मान्यता मिलनी चाहिए।
स्वामी जितेंद्रानंद सरस्वती ने कहा, "हम संवैधानिक दायरे से बाहर जाकर कोई मांग नहीं कर रहे हैं। हमें पूर्ण विश्वास है कि न्यायालय द्वारा तय समय में इस मामले की सुनवाई पूरी होगी।"
उन्होंने इलाहाबाद हाईकोर्ट के निर्णय का स्वागत करते हुए कहा कि यह फैसला न्याय के पक्ष में है और इससे बहुसंख्यक समाज की भावनाओं को बल मिलेगा। संत समिति ने यह विश्वास जताया कि न्यायालय इस मामले में सही दिशा में कदम उठाएगा और जल्द ही इस मामले का समाधान निकलेगा।
वह आगे कहते हैं कि राजनीतिक कारणों से जिस तरीके से मुकदमों में बाधा डाली जाती है। यह ठीक नहीं है। किसी भी सभ्य लोकतांत्रिक देश में वहां के बहुसंख्यक समाज का हक मिलना ही चाहिए। हमें पूर्ण विश्वास है कि न्यायालय द्वारा तय समय में इस मामले की सुनवाई पूर्ण होगी, राम जन्मभूमि की तर्ज पर ही श्री कृष्ण जन्म भूमि का भव्य मंदिर बनकर तैयार हो, हम ऐसी अपेक्षा करते हैं।