'अलविदा यात्रा' वाले तेजस्वी के बयान पर भड़के ललन सिंह, कहा - 'उनके माता-पिता भी अलविदा करने में लगे रहे'
पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की प्रस्तावित 'प्रगति यात्रा' को विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव द्वारा अलविदा यात्रा बताए जाने पर केंद्रीय मंत्री पंचायती राज मंत्री राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने राजद नेता पर रविवार को जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव अपने भविष्य की चिंता करें।
केंद्रीय मंत्री ने पत्रकारों से चर्चा के दौरान तंज कसते हुए कहा कि तेजस्वी यादव के माता-पिता भी नीतीश कुमार को अलविदा करने में लगे रहे लेकिन मुख्यमंत्री "जड़ जमा कर बैठे हैं"।
उन्होंने कहा, "जड़ जमाकर इसलिए बैठे हैं क्योंकि उन्होंने विकास का काम किया है। बिहार को विकसित बिहार बनाने का काम किया। हर क्षेत्र में उन्होंने काम किया। तेजस्वी के माता पिता ने बिहार को क्या दिया, यह भी तो कभी बताएं। बिहार में अपहरण का उद्योग चलाया। सड़क की स्थिति खराब कर दी। बिजली नदारद कर दी। इन सभी चीजों का तो हिसाब दें। नीतीश कुमार ने तो 22 घंटे बिजली दी। बिहार के हर कोने में सड़कों का जाल बिछा दिया। अपहरण का उद्योग बंद कर दिया।"
तेजस्वी यादव के बीपीएससी अभ्यर्थियों के धरना में शामिल होने पर ललन सिंह ने कहा कि उनका काम ही है धरना देना।
संसद भवन परिसर में धक्का देने के मामले से जुड़े एक प्रश्न के उत्तर में ललन सिंह ने कहा, "कांग्रेस पार्टी ने इस मंशा के साथ उस द्वार में प्रवेश किया। उस द्वार पर कांग्रेस के लोग रोज प्रदर्शन करते थे, हम लोग भी जाते थे। उसके किनारे से एक पाथ-वे बना हुआ है, उससे चले जाते थे। लेकिन, जब एनडीए के लोग उस दिन वहां प्रदर्शन कर रहे थे, तो उसी द्वार से घुसने का प्रयास करना, यही उनकी नीयत बताती है कि वे धक्का-मुक्की करने के उद्देश्य से ही वहां गए थे।"
राजद नेता तेजस्वी यादव द्वारा एनडीए को अंबेडकर विरोधी कहे जाने पर ललन सिंह ने कहा कि भाजपा की सरकार से ज्यादा किसी ने अंबेडकर का सम्मान नहीं किया। पंडित जवाहर लाल नेहरू से लेकर आज तक कांग्रेस पार्टी ने अंबेडकर का अपमान ही किया है। कांग्रेस ने आरक्षण का विरोध किया और आज वे लोग किताब लेकर घूम रहे हैं । डॉ. अंबेडकर को भारत रत्न देने का काम भाजपा ने किया, कांग्रेस तो इंदिरा गांधी को भारत रत्न देती थी।
तेजस्वी यादव की 'माई-बहिन मान योजना' पर ललन सिंह ने कहा कि वह देते रहें, उनको कौन पूछ रहा है। उनके माता पिता भी ऐसे ही घोषणा करते थे।