हम अपने धार्मिक स्थलों पर हस्तक्षेप नहीं करने देंगे : सपा सांसद जियाउर रहमान बर्क
नई दिल्ली: सपा सांसद जियाउर रहमान बर्क ने वक्फ संशोधन बिल 2024 को लेकर केंद्र सरकार पर जोरदार निशाना साधा। उन्होंने कहा है कि इस बिल से मुस्लिम धार्मिक स्थलों पर हस्तक्षेप करने का प्रयास किया जाएगा, लेकिन हम किसी भी कीमत पर अपने धार्मिक स्थलों पर हस्तक्षेप नहीं करने देंगे। अगर जरूरत पड़ेगी तो देश की अदालतों में न्याय की गुहार लगाएंगे।
दरअसल, एआईएमआईएम सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने बजट सेशन के दौरान सदन में वक्फ बोर्ड को लेकर केंद्र सरकार को चेतावनी दी थी। उन्होंने कहा था कि मौजूदा स्वरूप में वक्फ संशोधन विधेयक देश में सामाजिक अस्थिरता पैदा करेगा। इस विधेयक को पूरे मुस्लिम समुदाय ने खारिज कर दिया है और डर है कि इस बिल से कोई भी वक्फ संपत्ति नहीं बचेगी।
उन्होंने कहा, "हम भी विकसित भारत चाहते हैं। लेकिन, आप देश को 80 के दशक में वापस ले जाना चाहते हैं? मुझे गर्व है कि मैं भारतीय मुसलमान हूं, मैं अपनी दरगाह या मस्जिद का एक इंच भी नहीं खोऊंगा।"
ओवैसी के इस बयान पर सपा सांसद जियाउर रहमान बर्क ने न्यूज एजेंसी आईएएनएस से बातचीत करते हुए कहा, "यह हमारे संवैधानिक अधिकारों का हनन है। हमारे धार्मिक मामलों में हस्तक्षेप गलत है। हम पूछना चाहते हैं कि ऐसे बिल क्यों लाए जा रहे हैं, जो हमारे समुदाय को निशाना बनाते हैं और नुकसान पहुंचाते हैं। अगर आपको लगता है कि इस मुद्दे का राजनीतिकरण करने से आपको राजनीतिक फायदा होगा, तो आप गलत हैं। इस देश के लोग भी नहीं चाहते हैं कि आप इस बिल के माध्यम से किसी एक धर्म को टारगेट करें। देश के लोग चाहते हैं कि देश का विकास हो। यह तब संभव होगा, जब आप सभी धर्मों के लोगों की तरक्की की बात करें। हम लोगों ने इस बिल का विरोध इसलिए किया था, क्योंकि यकीनन यह बिल हमारे समाज के खिलाफ है। हम किसी भी कीमत पर अपने धार्मिक स्थलों पर हस्तक्षेप नहीं करने देंगे। इस बिल को लेकर समाजवादी पार्टी ने पूर्व में भी विरोध किया था। अगर यह बिल फिर से आता है, तो हम विरोध करेंगे। हम उम्मीद करते हैं कि इस बिल पर भाजपा के सहयोगी दल समर्थन नहीं देंगे। फिर भी अगर यह बिल पास कराया जाता है तो अदालत जाएंगे और इंसाफ के लिए दरवाजा खटखटाएंगे।"