ऑस्ट्रेलिया और भारत के बीच सहयोग का आधार है अनुसंधान : शिक्षा मंत्री

Update: 2024-10-26 03:00 GMT
नई दिल्ली: शिक्षा क्षेत्र में द्विपक्षीय सहयोग को बढ़ावा देने के लिए केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर हैं। उनकी इस यात्रा से देश में ऑस्ट्रेलियाई विश्वविद्यालय के कैंपस खुलने में तेजी आ सकेगी। इसके अलावा प्रधान ने ऑस्ट्रेलिया में अधिकारियों एवं मंत्रियों से मुलाकात के दौरान रिसर्च के क्षेत्र में सहयोग पर खासा जोर दिया है।
बड़ी संख्या में भारतीय छात्र ऑस्ट्रेलिया के विभिन्न विश्वविद्यालय में रोबोटिक्स, रसायन, खगोल भौतिकी, अतिचालकता, विनिर्माण में कृत्रिम बुद्धिमत्ता, स्वास्थ्य सेवा, चिकित्सा-तकनीक, जलवायु परिवर्तन, जल प्रबंधन और शहरी नियोजन जैसे क्षेत्रों में अत्याधुनिक अनुसंधान पर काम कर रहे हैं। शिक्षा मंत्री ने शुक्रवार को ऑस्ट्रेलिया में इन भारतीय छात्रों से मुलाकात की।
उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि अनुसंधान सहयोग ऑस्ट्रेलिया और भारत के बीच सहयोग का आधार है। प्रधान ने कहा कि व्यावहारिक बातचीत ने छात्रों को विचार करने के लिए कई महत्वपूर्ण बिंदु प्रदान किए हैं। दोनों देशों के बीच व्यापक एवं गहन अनुसंधान सहयोग की आवश्यकता है। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया में रहने वाले सभी भारतीय छात्रों की सराहना की और उन्हें दोनों देशों के भविष्य के लिए उत्साहजनक योगदान देने के लिए प्रोत्साहित किया।
केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने ऑस्ट्रेलिया के सिडनी स्थित मैक्वेरी विश्वविद्यालय में मैक्वेरी पार्क इनोवेशन डिस्ट्रिक्ट का दौरा किया। यहां उन्होंने समग्र शिक्षण अनुभव प्रदान करने के लिए उद्योग जगत के विशेषज्ञों एवं समुदायों के साथ सहयोग करने के लिए विश्वविद्यालय के अनूठे दृष्टिकोण की सराहना की। उन्होंने कहा कि यह विश्वविद्यालय भारतीय शैक्षणिक संस्थानों एवं उद्योगों के साथ साझेदारी कर रहा है। उन्होंने बल देकर कहा कि इस प्रकार के मजबूत उद्योग-अकादमिक संबंध नवाचार करने और छात्रों को सफलता के लिए तैयार करने के लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं।
प्रधान ने न्यू साउथ वेल्स विश्वविद्यालय (यूएनएसडब्ल्यू) के परिसर का दौरा किया। उन्होंने यूएनएसडब्ल्यू के 75 वर्ष पूरे होने पर शुभकामनाएं दीं और कहा कि भारतीय छात्र यूएनएसडब्ल्यू की स्थापना के तीसरे वर्ष से ही इसके साथ जुड़े हुए हैं। प्रधान ने यूएनएसडब्ल्यू के विभिन्न स्कूलों द्वारा शुरू किए गए स्टार्टअप के साथ भी बातचीत की। उन्होंने छात्रों के उत्पादों एवं सेवाओं की जानकारी ली। उन्होंने स्टार्टअप को भारतीय समाज एवं बाजार के लिए अपने समाधान तैयार करने के लिए प्रोत्साहित किया।
केंद्रीय मंत्री ने यूटीएस मूर पार्क का भी दौरा किया, जो सिडनी के प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में स्थित एक खेल परिसर है। उन्होंने कहा कि यह ऑस्ट्रेलिया में अपनी तरह का पहला केंद्र है जहां विश्वविद्यालय कार्यक्रमों को विशिष्ट खेल सुविधाओं में एकीकृत किया गया है।
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