राहुल गांधी ने संसदीय गरिमा को किया तार-तार: भाजपा

Update: 2024-07-02 09:08 GMT
नई दिल्ली: लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी की ओर से हिंदुओं को लेकर दिये गए बयान के बाद सियासत गरमाई हुई है।
दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि लगातार तीसरी बार फेल और बार-बार लॉन्च के बावजूद फेल हो चुके राहुल गांधी का नेता प्रतिपक्ष के रूप में पहला ही भाषण झूठ, निराशा और तथ्यहीन बातों से भरा हुआ था। इतना ही नहीं, भाषण के दौरान उनका आचरण संसदीय गरिमा के अनुरूप बिल्कुल भी नहीं था।
उन्होंने आगे कहा कि लोकसभा में चर्चा राष्ट्रपति जी के अभिभाषण पर हो रही थी लेकिन राहुल गांधी ने उस बाबत औपचारिकता वश भी एक शब्द नहीं बोला। सदन में राहुल गांधी ने केवल और केवल झूठ बोला। कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं को राहुल गांधी का ज्ञानवर्धन करना चाहिए और समझाना चाहिए कि भारत की संसदीय गरिमा को कम न करें।
उन्होंने कहा, राहुल गांधी ने अपने भाषण में न केवल हिंदुओं का घोर अपमान किया, न केवल हिंदुओं को हिंसक, नफरती और झूठा बताया बल्कि अग्निवीर, किसान, अयोध्या, माइक, सब पर झूठ और केवल झूठ बोला। राहुल गांधी को हिंदुओं का अपमान करने के लिए और सदन में झूठी बयानबाजी करने के लिए देश की जनता से अविलंब माफी मांगनी चाहिए। राहुल गांधी झूठ बोल कर भाग जाने में माहिर हैं। आप सदन में झूठ नहीं बोल सकते, आपको अपनी बातों को साबित करना होगा। आप ऐसे हिंदुओं का अपमान नहीं कर सकते।
उन्होंने कहा कि संसद में राहुल गांधी ने संपूर्ण हिंदू समाज को हिंसक और असत्यवादी बताकर, हिंदू समाज का घोर अपमान किया है। इसकी जितनी भी निंदा की जाय, कम है। ये कांग्रेस की पुरानी आदत है। कांग्रेस ने यह पहली बार नहीं किया है। अब कांग्रेस और उसका गैंग राहुल गांधी को सही ठहराने के लिए कई बहाने बनाएंगे। लेकिन सदन में राहुल गांधी ने स्पष्ट कहा है कि जो लोग अपने आपको हिंदू कहते हैं, वो 24 घंटे हिंसा-हिंसा-हिंसा, नफरत-नफरत-नफरत, असत्य-असत्य-असत्य की बात करते हैं।
राहुल गांधी राष्ट्रविरोधी हाथों में खेल रहे हैं। वो इतनी निराशा और कुंठा में क्यों जी रहे हैं। आपकी परवरिश विदेश संस्कृति में हुई है, लेकिन संसद सदस्य बनने के बाद इससे बाहर आना पड़ेगा। हिंदुओं का अपमान हिंदुस्तान नहीं सहेगा, उनको माफी मांगनी चाहिए।
वहीं भाजपा सांसद मनोज तिवारी ने कहा कि राहुल गांधी नेता विपक्ष बनने के बाद भी अपनी जिम्मेदारी नहीं समझ पा रहे हैं। वो सदन में गलत बयानबाजी कर हिंदू समाज का अपमान कर रहे हैं। हमारी सरकार ने उनके इस झूठ का पर्दाफाश किया। उन्होंने जो गलत तथ्य सदन के सामने रखा उसको सिद्ध करें, नहीं तो संसदीय नियमानुसार उन पर कारवाई होनी चाहिए। हिंदू समाज को जो उन्होंने हिंसक कहा है, उससे समाज की भावनाएं आहत हुई हैं। इसके लिए उन्हें माफी मांगनी चाहिए। इस मुद्दे पर माफी से कम हमें मंजूर नहीं है।
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