मंत्री नारा लोकेश ने मंगलागिरी में लगाया 'प्रजा दरबार', लोगों की सुनी समस्याएं
अमरावती: आंध्र प्रदेश के मानव संसाधन विकास, आईटी, इलेक्ट्रॉनिक्स एवं संचार मंत्री नारा लोकेश ने मंगलागिरी में लोगों की समस्याओं के समाधान के लिए 'प्रजा दरबार' लगाया। 'प्रजा दरबार' के दूसरे दिन मंत्री ने लोगों से मुलाकात की और उनकी शिकायतें सुनी। इस दौरान मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू के बेटे लोकेश ने लोगों को भरोसा दिया कि वह हमेशा उनके साथ खड़े रहेंगे।
कार्यक्रम में बड़ी संख्या में विधानसभा क्षेत्र के विभिन्न हिस्सों से लोग आए। लोगों ने मंत्री लोकेश के सामने अपनी समस्याएं रखी। आंध्र प्रदेश वेलुगु शिक्षक संघ के प्रतिनिधियों ने मंत्री से अपील करते हुए कहा कि 2,193 कर्मचारी जो अभी अनुबंध पर हैं, उनकी सेवाएं नियमित की जाए। 'प्रजा दरबार' के दौरान एक छात्र जगदीश ने मंत्री से नुजविद कॉलेज को फीस प्रतिपूर्ति बकाया चुकाने के लिए कदम उठाने की अपील की ताकि उसे कॉलेज से अपना पॉलिटेक्निक प्रमाणपत्र वापस मिल सके।
आचार्य नागार्जुन विश्वविद्यालय के गैर-शिक्षण कर्मचारी चाहते थे कि उनकी रिटायरमेंट की उम्र 62 वर्ष की जाए। जबकि, मंगलागिरी की शेख नाजिना अपने पांच महीने के भतीजे के लिए वित्तीय सहायता चाहती थी, जो एक दुर्लभ बीमारी से पीड़ित है। ताडेपल्ली के के. किरण बाबू अपने और अपनी बहन मोनिका के लिए एमबीए पूरा करने के बाद रोजगार मांगने आए। ताडेपल्ली निवासी दिव्यांग छात्र बी. श्रीनिवास राव ने मंत्री लोकेश के सामने अपील करते हुए कहा कि वह अब 40 वर्ष के हो चुके हैं, लेकिन उन्हें अब तक किसी भी प्रकार का रोजगार नहीं मिला है। वह चाहते हैं कि उन्हें किसी प्रकार की आजीविका उपलब्ध कराई जाए।
आंध्र प्रदेश में अब टीडीपी की सरकार है। चंद्रबाबू नायडू ने राज्य के मुख्यमंत्री पद की कमान संभाल ली है। टीडीपी सरकार में नारा लोकेश भी शामिल हैं। उन्होंने राज्य के कैबिनेट मंत्री पद की शपथ ली। आंध्र प्रदेश विधानसभा चुनावों में जगन मोहन रेड्डी की पार्टी से मंगलागिरी निर्वाचन क्षेत्र से हारने वाले नारा लोकेश ने इस बार दम दिखाते हुए उसी सीट पर 91,000 से अधिक मतों से जीत कर अपनी पार्टी में एक अलग जगह बनाई।