भूटान के नरेश और प्रधानमंत्री ने किया अदाणी की खावड़ा परियोजना, मुंद्रा पोर्ट का दौरा

Update: 2024-07-24 03:42 GMT
अहमदाबाद: भूटान नरेश जिग्मे खेसर नामग्याल वांगचुक और प्रधानमंत्री शेरिंग टोबगे ने मंगलवार को अदाणी समूह की खावड़ा नवीकरणीय ऊर्जा परियोजना और मुंद्रा पोर्ट का दौरा किया।
अदाणी समूह के अध्यक्ष गौतम अदाणी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में इसकी जानकारी दी। उन्होंने भूटान नरेश और प्रधानमंत्री के साथ मुलाकात की तस्वीरें शेयर की। उन्होंने पोस्ट में लिखा, "खावड़ा में अदाणी की 30 मेगावाट की नवीकरणीय ऊर्जा परियोजना स्थल और मुंद्रा पोर्ट का दौरा करने के लिए भूटान नरेश जिग्मे खेसर नामग्याल वांगचुक और प्रधानमंत्री शेरिंग टोबगे का आभारी हूं।"
भूटान की जीवंत भावनाओं और पर्यावरण अनुकूल पहलों की तारीफ करते हुए गौतम अदाणी ने एक्स पर लिखा, "सतत एवं हरित भविष्य के लिए थंडर ड्रैगन की भूमि के साथ सहयोग में अपनी भूमिका निभाकर हम काफी उत्साहित हैं।"
अदाणी समूह गुजरात के कच्छ स्थित खावड़ा में परती जमीन पर दुनिया की सबसे बड़ी 30 हजार मेगावाट की नवीकरणीय ऊर्जा परियोजना का विकास कर रही है। कुल 538 वर्ग किलोमीटर में बनने वाली यह परियोजना क्षेत्रफल के मामले में पेरिस की तुलना में पांच गुना और मुंबई शहर के लगभग बराबर है। भूमि पूजन के महज 12 महीने के भीतर खावड़ा स्थित दुनिया के सबसे बड़े नवीकरणीय ऊर्जा संयंत्र में पहले दो गीगावाट का कमीशन होना अपने-आप में रिकॉर्ड है।
नवीकरणीय ऊर्जा में विकास की संभावनाओं को देखते हुए, अदाणी ग्रीन एनर्जी ने वित्त वर्ष 2029-30 तक नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता का अपना लक्ष्य 45 गीगावाट से बढ़ाकर 50 गीगावाट कर दिया है। वित्त वर्ष 2023-24 में कंपनी ने 2.8 गीगावाट की अतिरिक्त क्षमता जोड़ी है, जो देश की नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता में वृद्धि का 15 प्रतिशत है।
गुजरात का मुंद्रा पोर्ट देश का सबसे बड़ा निजी बंदरगाह है। वित्त वर्ष 2023-24 में 18 करोड़ टन कार्गो वॉल्यूम (साल दर साल 16 प्रतिशत की वृद्धि) के साथ अदाणी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन के फ्लैगशिप मुंद्रा पोर्ट के वित्त वर्ष 2024-25 में 20 करोड़ टन के आंकड़े को पार करने की उम्मीद है। इसने हाल ही में किसी भी भारतीय बंदरगाह पर सबसे बड़े जहाज की अगवानी कर एक और रिकॉर्ड कायम किया है।
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