तिरुवनंतपुरम: केरल कांग्रेस (एम) के अध्यक्ष जोस के. मणि ने शनिवार को कांग्रेस के नेतृत्व वाले विपक्ष के साथ वापस जाने की अटकलों को खारिज करते हुए कहा कि पार्टी सत्तारूढ़ वाम मोर्चे को समर्थन देना जारी रखेगी।
केरल कांग्रेस (एम) के पाला बदलने की कयासबाजी तब तेज हो गई जब यह खबर आई कि जोस के. मणि को दोबारा राज्यसभा के लिए उम्मीदवार नहीं बनाया जाएगा। राज्य की तीन सीटों पर 25 जून को राज्यसभा चुनाव होने हैं।
तीन में से दो सीटों पर वाम मोर्चा अपने उम्मीदवार खड़े करेगी जबकि विपक्ष एक उम्मीदवार को मैदान में उतारने की तैयारी में है। माकपा के शीर्ष पदाधिकारियों ने शनिवार को भाकपा नेतृत्व और जोस के. मणि से अलग-अलग मुलाकात की। मणि ने बताया, "चर्चा अच्छी रही और माकपा नेताओं ने हमें इंतजार करने के लिए कहा है। लेफ्ट डेमोक्रेटिक फ्रंट (एलडीएफ) की बैठक सोमवार को होगी।"
उन्होंने कहा, "इस कयासबाजी से भ्रमित न हों कि हमारी पार्टी अपनी वफादारी बदल रही है। हम सत्ता के लिए वफादारी बदलने वालों में से नहीं हैं। हम वाम मोर्चे के साथ बने रहेंगे।"
उनके पिता के.एम. मणि की पार्टी के ज्यादातर लोग जोस के. मणि के धड़े के साथ हैं। पिता की मृत्यु के बाद जोस के. मणि ने सत्तारूढ़ एलडीएफ को समर्थन दे दिया था। वर्ष 2021 के विधानसभा चुनाव में पार्टी ने पांच सीटें जीती थीं और उनके कनिष्ठ सहयोगी को पिनराई विजयन की सरकार में मंत्रिमंडल में जगह मिली।
वरिष्ठ विधायक पी.जे. जोसेफ के साथ गया धड़ा कांग्रेस नीत यूडीएफ के साथ है। मणि को उस समय गहरा राजनीतिक झटका लगा जब वह 2021 में अपने पिता की पारंपरिक सीट से विधानसभा का चुनाव हार गये।
अब सब की निगाहें सोमवार की एलडीएफ की बैठक पर हैं। यह देखना होगा कि क्या माकपा राज्यसभा की अपनी सीट मणि के लिए छोड़ेगी क्योंकि भाकपा के सचिव बिनोय विस्वम ने यह स्पष्ट कर दिया है कि उनकी पार्टी अपनी सीट नहीं छोड़ेगी।