कर्नाटक कांग्रेस ने योगेश्वर को शामिल कर अपनी कमजोरी उजागर की है : भाजपा एमएलसी
बेंगलुरु: कर्नाटक विधान परिषद सदस्य और वरिष्ठ भाजपा नेता सी.टी. रवि ने बुधवार को कहा कि सी.पी. योगेश्वर को अपनी पार्टी में शामिल करके कांग्रेस ने वास्तव में स्वीकार कर लिया है कि वह चन्नपटना विधानसभा क्षेत्र में कमजोर हैं।
रवि ने बेंगलुरु में भाजपा के राज्य कार्यालय जगन्नाथ भवन में मीडियाकर्मियों से कहा, "136 विधायकों और मुख्यमंत्री सिद्दारमैया तथा उपमुख्यमंत्री डी.के. शिवकुमार जैसे शक्तिशाली नेताओं के साथ भी कांग्रेस ने चन्नपटना में अपनी कमजोरी स्वीकार कर ली है।"
उन्होंने कहा कि हाल तक शिवकुमार पूरे आत्मविश्वास के साथ कह रहे थे कि उनके पास वहां एक उम्मीदवार है और वह तैयारी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कई लोगों को उम्मीद थी कि उनके छोटे भाई डी.के. सुरेश उस निर्वाचन क्षेत्र में उम्मीदवार होंगे।
उन्होंने कहा, "अब, योगेश्वर पार्टी में शामिल होने के बाद देखना होगा कि क्या वे असहाय की स्थिति जाहिर करते हैं या योगेश्वर को अपनी पार्टी में रखते हुए डी.के. सुरेश को उम्मीदवार बनाने की योजना बनाते हैं। हालांकि, कांग्रेस ने चन्नपटना में अपनी कमजोरी को स्पष्ट रूप से स्वीकार किया है।"
उन्होंने कहा कि योगेश्वर एक महत्वाकांक्षी राजनेता हैं और वह लंबे समय तक राजनीति में कांग्रेस का विरोध करते रहे हैं।
रवि ने कहा, "डी.के. शिवकुमार और उनके बीच दुश्मनी कोई नई बात नहीं है। वह बाघ की मांद में घुस गए हैं। या तो उन्हें बाघ को काबू करना होगा या फिर उसका शिकार बनना होगा।"
उन्होंने बताया कि भाजपा और योगेश्वर की राजनीतिक सोच में बहुत अंतर है। वह (योगेश्वर) व्यक्तिगत स्तर पर राजनीति करते हैं और अपने राजनीतिक जीवन में हमेशा नफा-नुकसान का हिसाब लगाते हैं।
उन्होंने कहा, "हमारी राजनीति वैचारिक प्रतिबद्धता पर आधारित है। हमारे दृष्टिकोण में नफा-नुकसान के हिसाब की कोई गुंजाइश नहीं है और हम ऐसी सोच को बढ़ावा भी नहीं देते हैं।"