नई दिल्ली: महिला टी20 विश्व कप 2024 में श्रीलंका के खिलाफ होने वाले अहम मुकाबले से पहले भारत की सलामी बल्लेबाज शेफाली वर्मा का मानना है कि सेमीफाइनल में पहुंचने की संभावनाओं को बनाए रखने के लिए यह जीत बेहद जरूरी है।
टूर्नामेंट के पहले मैच में न्यूजीलैंड के खिलाफ 58 रन से मिली हार ने भारतीय महिला टीम का पूरा समीकरण बिगाड़ दिया लेकिन पाकिस्तान के खिलाफ हरमनप्रीत कौर की टीम ने शानदार कमबैक किया। इस हाई वोल्टेज मुकाबले को 6 विकेट से जीत कर भारतीय टीम ने उम्मीदें बढ़ा दी है। अब 9 अक्टूबर को श्रीलंका और 13 अक्टूबर को ऑस्ट्रेलिया से टक्कर होगी, दोनों ही मैच भारत के सेमीफाइनल में पहुंचने की संभावनाओं के लिए महत्वपूर्ण हैं।
इस बीच शेफाली, स्मृति मंधाना और रेणुका सिंह ने आगामी मुकाबलों पर अपनी बात रखी। श्रीलंकाई टीम को हराने के लिए सबसे अहम टीम की कप्तान चमारी अथापथु को रोकना होगा। शेफाली ने श्रीलंका की ताकत और लगातार उनके शानदार प्रदर्शन की सराहना की। खासकर उनका मानना है कि अथापथु के नेतृत्व में यह टीम काफी मजबूत हो गई है।
उन्होंने स्टार स्पोर्ट्स से कहा, "एक समय था जब चमारी सबसे ज्यादा रन बनाती थीं और विकेट लेती थीं, लेकिन एशिया कप में उनकी पूरी टीम ने अच्छा प्रदर्शन किया। इस टीम ने बहुत सुधार किया है, यही कारण है कि उन्होंने एशिया कप जीता। चमारी एक प्रमुख खिलाड़ी होने का दबाव झेलती हैं, और यह देखना प्रेरणादायक है कि वह इसे कैसे संभालती हैं और अपने देश के लिए कैसा प्रदर्शन करती हैं।" भारत की तेज गेंदबाज रेणुका सिंह ने भी श्रीलंकाई कप्तान की चुनौती पर अपनी राय रखी। उन्होंने कहा कि अथापथु बहुत दिलचस्प खिलाड़ी हैं। वह श्रीलंका की एकमात्र खिलाड़ी हैं जो टीम को जीत की ओर ले जाती हैं। मैं उन्हें जल्द से जल्द आउट करने की कोशिश करती हूं क्योंकि अगर वह जम गईं तो मैच पर कब्जा कर सकती हैं।"
स्मृति ने हर मैच में फोकस और तीव्रता बनाए रखने के महत्व पर जोर दिया। आगामी मैचों के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा, "एक खिलाड़ी के तौर पर हमारे लिए सभी मैच महत्वपूर्ण हैं। जब आप विश्व कप में आते हैं, तो आपको हर मैच में अपना 100 प्रतिशत देना होता है। हमारे ग्रुप में श्रीलंका एक अच्छी टीम है।" एलिसा हीली की अगुवाई वाली ऑस्ट्रेलिया महिला टी20 विश्व कप के इतिहास में सबसे लगातार अच्छा प्रदर्शन करने वाली टीमों में से एक रही है। टूर्नामेंट में आगे बढ़ने के लिए भारत को मौजूदा और छह बार की चैंपियन ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना होगा।