बेरूत: लेबनान के प्रधानमंत्री नजीब मिकाती ने शुक्रवार को इजरायल पर युद्ध विराम के प्रयासों को खारिज करने का आरोप लगाया। इजरायली फोर्सेज की ओर से शुक्रवार तड़के बेरूत के दक्षिणी उपनगरों और लेबनान के अन्य क्षेत्रों में बमबारी शुरू करने के बाद लेबनानी पीएम ने यह आरोप लगाया।
मिकाती ने लेबनान में संयुक्त राष्ट्र अंतरिम बल के प्रमुख अरोल्डो लाजारो सेन्ज के साथ अपनी बैठक के दौरान कहा कि हमलों के दायरे को नए सिरे से विस्तार देना, लोगों को पूरे शहर और गांव खाली करने की बार-बार धमकी देना, इजरायल की ओर से युद्ध विराम के सभी कोशिशों को अस्वीकार करने के संकेत हैं।
लेबनानी मंत्रिपरिषद द्वारा जारी एक बयान के मुताबिक प्रधानमंत्री ने संयुक्त राष्ट्र प्रस्ताव 1701 के प्रति लेबनान की स्थायी प्रतिबद्धता की पुष्टि की। उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से इस आक्रामकता को रोकने के लिए अपनी जिम्मेदारी निभाने की अपील की। लेबनान की राष्ट्रीय समाचार एजेंसी (एनएनए) के अनुसार शुक्रवार को भोर में बेरूत के दक्षिणी उपनगरों के विभिन्न क्षेत्रों को निशाना बनाकर की गई हिंसक छापेमारी की वजह से भारी तबाही हुई, दर्जनों इमारतें जमींदोज हो गईं और आग लग गई।
एलनश्रा समाचार वेबसाइट के अनुसार, शुक्रवार को दोपहर में इजरायली सेना ने पूर्वी शहर बालबेक पर भी तेज हवाई हमले फिर से शुरू कर दिए। समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार बुधवार को इजरायल के सरकारी स्वामित्व वाले कान टीवी ने एक दस्तावेज जारी किया।
इस दस्तावेज के बारे में दावा किया गया कि यह इजरायल और लेबनान के बीच एक मसौदा समझौता है, जिसे इजरायली हिजबुल्लाह मौजूदा संघर्ष को समाप्त करने के लिए अमेरिका द्वारा प्रस्तावित किया गया है।
वरिष्ठ इजरायली अधिकारियों के हवाले से चैनल ने बताया कि युद्ध कैबिनेट, अमेरिकी दूत अमोस होचस्टीन द्वारा तैयार किए गए तथा इजरायल को सौंपे गए मसौदे से संतुष्ट है और इसके स्वीकार किए जाने की संभावना अधिक है। बता दें कि 3 सितम्बर से इजरायली सेना ने लेबनान में हिजबुल्लाह ठिकानों पर भारी हवाई हमले शुरू कर दिए।
लेबनानी स्वास्थ्य मंत्रालय ने गुरुवार को बताया कि 8 अक्टूबर 2023 को युद्ध की शुरुआत के बाद से लेबनान पर इजरायली एयर स्ट्राइक में मरने वालों की संख्या 2,867 तक पहुंच गई जबकि घायलों की संख्या बढ़कर 13,047 हो गई।