वैश्विक स्तर पर भारत उभरती हुई महाशक्ति, हमारे सॉफ्ट पावर को अपना रहा विश्व: एक्सपर्ट्स

Update: 2024-06-15 10:22 GMT
नई दिल्ली: इटली के अपुलिया में संपन्न हुए जी-7 शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को ‘आउटरीच सत्र' में कई वैश्विक नेताओं से मुलाकात की, जिसमें पोप फ्रांसिस भी शामिल थे। इस पर कई एक्सपर्ट्स ने टिप्पणी की है।
सेवानिवृत्त जीपी कैप्टन (डॉ) डीके पांडे ने कहा कि जी-7 शिखर सम्मेलन में पीएम मोदी की पोप फ्रांसिस से मुलाकात आकर्षण का केंद्र रहा। दोनों नेताओं की मुलाकात बहुत गर्मजोशी के साथ हुई, दोनों ने एक दूसरे को गले लगाया। इन दोनों के बॉडी लैंग्वेज को देखें तो जाहिर होता है कि इनके बीच बहुत पुरानी जान-पहचान है।
उन्होंने आगे कहा कि तस्वीरों में दिख रहा है कि पोप को पीएम मोदी हाथ देकर सहारा दे रहे हैं। साफ संदेश है कि भारत एक धर्मनिरपेक्ष देश है, यहां एक नहीं सभी धर्मों को साथ लेकर चलने की परंपरा है। भारत की पहचान मानवता की रक्षा के साथ-साथ मानवीय संवेदना को बढ़ावा देने को लेकर रहा है। भारत का प्रयास वैश्विक स्तर पर शांति और भाईचारा कायम करने का है। इसके मद्देनजर पीएम मोदी का यह दौरा अपने आप में बेहद महत्वपूर्ण है। जिसके बेहतर परिणाम भविष्य में देखने को मिलेंगे।
जी-7 शिखर सम्मेलन में पीएम मोदी की मौजूदगी को लेकर पूर्व वरिष्ठ राजनयिक प्रभु दयाल ने कहा कि पीएम मोदी ने पोप को गर्मजोशी के साथ गले लगाया। इस दौरान पीएम मोदी ने पोप की सराहना करते हुए भारत आने का न्यौता दिया। उम्मीद है पोप का यह दौरा जल्द हो सकता है। पीएम मोदी और पोप के बीच कई बातों पर विचार-विमर्श होने हैं। जिसमें क्लाइमेट चेंज और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस जैसे विषय शामिल हैं। पीएम मोदी ने पोप के प्रति जो गर्मजोशी दिखाई है, उसकी भारत में बड़ी सराहना की जाएगी। कैथोलिक की संख्या एशिया में दूसरे नंबर पर है।
वहीं डिफेंस एक्सपर्ट और विदेशी मामलों के जानकर आरएसएन सिंह ने कहा कि आज के समय में भारत की छवि पहले से बेहतर हुई है, आज एक तरफ भारत जी-7 में मुख्य भूमिका निभा रहा है, वहीं दूसरी तरफ इजरायल का हमास से युद्ध चल रहा है।
उन्होंने आगे कहा कि वैश्विक स्तर पर भारत एक उभरती हुई महाशक्ति है, जिसमें पीएम मोदी की महत्वपूर्ण भूमिका है। आज भारत के सभी देशों से अच्छे रिश्ते हैं। जी-7 में पीएम मोदी ने तमाम देशों के राष्ट्राध्यक्षों से जिस गर्मजोशी से मुलाकात की, वो भारत की बेहतर कूटनीति का प्रदर्शन है। पीएम मोदी के नेतृत्व में भारत का जो सॉफ्ट पावर है, उसकी उपलब्धि यह है कि जितने पश्चिमी देश हैं, वहां के लीडर्स हैं, अब हाथ नहीं मिला रहे हैं, नमस्कार कर रहे हैं। यह हमारे देश के लिए गर्व की बात है।
आज दुनिया भारत की सांस्कृतिक विरासत को पहचान दे रहा है जो हमारी सनातन की परंपरा है नमस्कार। उन्होंने इसे अपनाया है। इससे पहले योग को विश्व ने अपनाया। आज भारत बुलंदियों पर है, और इसे आगे ले जाने की जरूरत है।
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