दिल्ली में सरकारी स्कूलों ने प्राइवेट स्कूलों को छोड़ा पीछे : आतिशी

Update: 2024-08-08 11:35 GMT
नई दिल्ली दिल्ली सरकार की शिक्षा मंत्री आतिशी ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया को जेल में डाल दिया, लेकिन उनकी सोच को नहीं रोक पाएंगे।
आतिशी ने कहा कि दिल्ली में शिक्षा क्रांति ने सब कुछ बदल दिया। दिल्ली के सरकारी स्कूल प्राइवेट स्कूल से बेहतर हैं। दिल्ली में तैयार करवाए जा रहे वर्ल्ड क्लास स्कूल के इंफ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट स्कूल को पीछे छोड़ चुके हैं। 2015 के बाद दिल्ली की शिक्षा व्यवस्था में क्रांतिकारी बदलाव आया। केजरीवाल की प्राथमिकता बच्चों को अच्छी शिक्षा देना है।
उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार शिक्षा पर सबसे ज्यादा पैसा खर्च करती है। देश के अन्य राज्यों में सरकारी स्कूलों की स्थिति बदहाल हैं, स्कूलों की बिल्डिंग जर्जर है। स्कूलों में पानी, बिजली और शौचालय तक की व्यवस्था नहीं हैं। 2015 से पहले दिल्ली के सरकारी स्कूलों का भी बुरा हाल था। लेकिन, अब स्थिति बदल गई है।
उन्होंने कहा कि दिल्ली के सरकारी स्कूल विश्वस्तरीय हैं। दिल्ली में साल 2015 तक सरकारी स्कूलों में केवल 24 हजार कमरे थे। दिल्ली सरकार ने साल 2015 से 2024 तक सरकारी स्कूलों में 22,711 नए कमरे बनवाए। इस समय दिल्ली में 14 नए स्कूल बन रहे हैं। इन स्कूलों में बच्चों के लिए सभी वर्ल्ड क्लास फैसिलिटी होंगी।
उन्होंने कहा कि सरकारी स्कूलों में स्मार्ट बोर्ड, लैब्स, लाइब्रेरी, मल्टी पर्पज हॉल और स्पोर्ट्स फैसिलिटी हैं। शिक्षा क्रांति की वजह से ही भाजपा ने अरविंद केजरीवाल को जेल में डाला। अरविंद केजरीवाल की सरकार ने दिल्ली की शिक्षा व्यवस्था को देश की सबसे अच्छी शिक्षा व्यवस्था बनाया है। इसी से परेशान होकर भाजपा और केंद्र सरकार ने साजिश के तहत सीएम केजरीवाल को जेल में डाला।
उन्होंने कहा कि भाजपा और केंद्र सरकार ने भले ही अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया को जेल में डाल दिया हो, लेकिन वह हमारे काम को नहीं रोक पाएंगे। आम आदमी पार्टी (आप) की सरकार दिल्ली के बच्चों को अच्छी शिक्षा देने के लिए काम करती रहेगी।
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