जुलाई में इलेक्ट्रॉनिक्स, गारमेंट्स और डेयरी उत्पादों का निर्यात बढ़ा: रिपोर्ट

Update: 2024-08-19 09:46 GMT
नई दिल्ली: भारत से निर्यात में जुलाई में बढ़ोतरी देखने को मिली है। सोमवार को जारी एक रिपोर्ट में बताया गया है कि कई सेक्टर्स से किए जा रहे निर्यात में वृद्धि हुई है। इसका नेतृत्व इलेक्ट्रॉनिक्स गुड्स, मीट, डेयरी और ऑयल मील जैसे सेक्टर ने किया।
क्रिसिल की रिपोर्ट में कहा गया है कि इलेक्ट्रॉनिक गुड्स का निर्यात (37.3 प्रतिशत), डेयरी और पोल्ट्री ( 56.2 प्रतिशत), ऑयल मील (22 प्रतिशत), गारमेंट्स (11.8 प्रतिशत), मसाले (13 प्रतिशत), चाय (21.8 प्रतिशत) का निर्यात जुलाई में सालाना आधार पर बढ़ा है।
डेयरी और पोल्ट्री प्रोडक्ट्स का निर्यात जुलाई में 56.2 प्रतिशत बढ़ा है। इससे पिछले महीने इसमें 13.9 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई थी। हालांकि, कुछ कैटेगरी जैसे हीरे और ज्वेलरी, सिरेमिक और ग्लासवेयर उत्पाद, जैविक और अजैविक केमिकल और चावल के निर्यात में गिरावट हुई है।
इसके अलावा अन्य बड़े निर्यात जैसे मानव निर्मित सूत और कपड़े का निर्यात 3.9 प्रतिशत बढ़ा है। वहीं, चमड़ा और उससे बने उत्पाद की कीमतों में नवंबर 2022 के बाद सालाना आधार पर 2.3 प्रतिशत की वृद्धि दर देखने को मिली है। मसाले, चाय और तंबाकू उत्पादों का निर्यात पिछले महीने के मुकाबले बढ़ा है। रिपोर्ट में कहा गया है कि निर्यात शुल्क कम होने के कारण समुद्री उत्पादों का निर्यात बढ़ने की उम्मीद है।
रिपोर्ट में कहा गया कि अधिक श्रम उपयोग वाले सेक्टर्स ने जुलाई में लचीलापन दिखाया है। इससे पहले भारतीय वस्त्र उद्योग परिसंघ (सीआईटीआई) की ओर से जारी किए गए डेटा में बताया गया था कि जुलाई में परिधान का निर्यात बढ़कर 1,277.20 मिलियन डॉलर पर पहुंच गया है, जो कि पिछले वर्ष समान अवधि में 1,141 मिलियन डॉलर था। वहीं, कपड़ों का निर्यात 1,660.36 मिलियन डॉलर हो गया है, जो कि जुलाई में 1,663.06 मिलियन डॉलर था।
कपड़ा और परिधान क्षेत्र का कुल निर्यात जुलाई 2024 में 2,937.56 मिलियन डॉलर था, जो कि जुलाई 2023 में 2,805.01 मिलियन डॉलर था। सीआईटीआई के चेयरमैन राकेश मेहरा का कहना है कि इस साल हमने पिछले साल के मुकाबले सकारात्मक वृद्धि देखी है। निर्यात वृद्धि की प्रमुख वजह यूएस, यूरोपियन यूनियन और यूके के बाजार में भारत की हिस्सेदारी बढ़ना है।
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