नई दिल्ली: 250,000 से अधिक लोगों पर किए गए एक बड़े शोध में यह बात सामने आई है कि ओमेगा-3 और ओमेगा-6 फैटी एसिड का अधिक सेवन विभिन्न प्रकार के कैंसर से बचाव में सहायक हो सकता है। समय से पहले होने वाले कैंसर के मामलों में वृद्धि के साथ आज कैंसर एक वैश्विक स्वास्थ्य चिंता का विषय बनता जा रहा है।
ओमेगा-3 और ओमेगा-6 फैटी एसिड "हेल्दी फैट्स" हैं और यह शरीर के लिए बेहद ही फायदेमंद है। ये कोशिकाओं के लिए महत्वपूर्ण हैं और खराब कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने, मस्तिष्क को स्वस्थ रखने और मानसिक स्वास्थ्य को बनाए रखने का सही विकल्प हैं। इंटरनेशनल जर्नल ऑफ कैंसर में प्रकाशित शोध के अनुसार ओमेगा-3 का उच्च स्तर कोलन, पेट और फेफड़ों के कैंसर से सुरक्षित रखता है।
दूसरी ओर, ओमेगा-6 का उच्च स्तर मस्तिष्क, घातक मेलेनोमा मूत्राशय के अलावा 14 विभिन्न कैंसरों से सुरक्षा प्रदान करता है। जॉर्जिया विश्वविद्यालय के कॉलेज ऑफ पब्लिक हेल्थ में डॉक्टरेट के छात्र और प्रमुख लेखक युचेन झांग ने कहा कि ओमेगा-3 और ओमेगा-6 के बढ़े स्तर का सीधा संबंध कैंसर के गिरते दर से है।
झांग ने कहा कि दुनिया भर में कैंसर के मामलों में वृद्धि के बीच यह शोध सुझाव देता है कि औसत व्यक्ति को अपने आहार में इन फैटी एसिड को अधिक मात्रा में शामिल करने पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। शोधकर्ताओं ने 250,000 से अधिक लोगों के डेटा का विश्लेषण किया।
ओमेगा-3 और ओमेगा-6 फैटी फिश, नट्स और यहां तक कि कुछ प्लांट ऑयल में भी मौजूद होते हैं। यह हमें अपने भोजन से भरपूर मात्रा में नहीं मिल पाता,इसलिए लोग अक्सर मछली के तेल की खुराक लेते हैं, जो बाजार में सबसे लोकप्रिय आहार गोलियों में से एक है। हालांकि, शोधकर्ताओं ने कहा कि यह सभी के लिए उपयुक्त नहीं हो सकते। शोध से पता चला कि ओमेगा-3 के बढ़े हुए स्तर से पुरुषों में प्रोस्टेट कैंसर का जोखिम थोड़ा अधिक बढ़ जाता है। हालांकि इसमें महिलाओं में ऐसा कोई संबंध नहीं पाया गया। शोध में कहा गया कि महिलाओं और युवाओं के लिए ओमेगा-6 अधिक लाभकारी है।