बिना राजनीतिक संरक्षण के नशे का धंधा संभव नहीं, दीपेंद्र हुड्डा और कांग्रेस को देना होगा जवाब : आरपी सिंह
नई दिल्ली: भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने दिल्ली में 5,600 करोड़ रुपये की ड्रग्स की बरामदगी के मामले में मुख्य आरोपी तुषार गोयल को इंडियन यूथ कांग्रेस की आरटीआई सेल का चीफ बताते हुए कांग्रेस और हुड्डा परिवार से जवाब मांगा है। इसको लेकर सियासत गरमा गई है।
भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता आरपी सिंह ने कहा कि, मोहब्बत की दुकान में नशे की दुकान खुल गई है। जहां दो हजार करोड़ रुपये के नशे का सामान पकड़ा गया है। उस व्यक्ति के साथ दीपेंद्र सिंह हुड्डा का फोटो है और दीपेंद्र सिंह हुड्डा का नंबर उसके मोबाइल फोन में सेव है। मेरा मानना है कि इसका जवाब कांग्रेस पार्टी और दीपेंद्र हुड्डा को देना चाहिए कि उसके साथ उनके क्या संबंध थे? वह अपने कॉल रिकॉर्ड को सार्वजनिक करें और बताएं कि क्या-क्या उनकी बातचीत हुई है।
उन्होंने कहा कि, एक बात तो साफ है कि बिना राजनीतिक संरक्षण के नशे का धंधा नहीं हो सकता। नशे के धंधे से जो पैसा कमाया जाता है वह आतंकवाद के लिए भी प्रयोग किया जाता है। इस मामले में हम कांग्रेस पार्टी और दीपेंद्र सिंह हुड्डा के बयान की हम मांग करते है। आरोपी आज भी कांग्रेस का सदस्य है। अगर उसको निकाला गया है, तो उसका सबूत जनता के सामने पेश करें।
आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल के दूसरे सरकारी घर में शिफ्ट होने को लेकर उन्होंने कहा कि, गाजियाबाद में दो कमरे के मकान में रहने वाले को अब पांच कमरे का मकान चाहिए। सादगी भरा जीवन जीने की बात कहने वाले केजरीवाल ने अपने लिए 56 करोड़ रुपये का एक आलीशान शीश महल बनवाया। अगर आपको मिसाल ही पेश करना था, तो किराये का मकान लेकर ही रह जाते या अपना खुद का मकान ले सकते थे।
कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री की ओर से वीर सावरकर को लेकर किए गए विवादास्पद टिप्पणी पर उन्होंने कहा कि, उनको सावरकर के बारे में कोई जानकारी नहीं है। इस तरह से गलत बयानबाजी करना दुर्भाग्यपूर्ण है। क्रांतिकारियों को लेकर इस तरह की ओछी और निचले स्तर की टिप्पणी करना कांग्रेस की कार्य संस्कृति का हिस्सा बन गई है।
हरियाणा विधानसभा चुनाव में बड़ी जीत का दावा करते हुए उन्होंने कहा कि, आने वाले आठ अक्टूबर को तस्वीर साफ हो जाएगी कि राज्य में किसकी सरकार बनने जा रही है। मेरे हिसाब से हरियाणा की जनता ने भाजपा को तीसरी बार जनादेश और आशीर्वाद देने का मन बना लिया है। भाजपा ने हरियाणा में एक स्थिर, ईमानदार, सुशासन और पारदर्शी सरकार देने का काम किया है। वहीं सत्ता में रहते हुए कांग्रेस का इतिहास जमीन घोटालों के कारनामों से भरा पड़ा है।