25 जुलाई के बुलेटिन के अनुसार, पिछले सप्ताह की तुलना में इन जलाशयों में उपलब्ध
संग्रहण क्षमता 69.27 बीसीएम थी, जो कुल संग्रहण क्षमता का 39 प्रतिशत थी। पिछले वर्ष इसी अवधि में संग्रहण क्षमता 83.987 बीसीएम थी, तथा सामान्य संग्रहण क्षमता 72.411 बीसीएम थी। इस प्रकार, इस सप्ताह संग्रहण स्तर पिछले सप्ताह की तुलना में वृद्धि दर्शाता है, लेकिन पिछले वर्ष की इसी अवधि तथा सामान्य संग्रहण दोनों से कम है। उत्तरी क्षेत्र में, जिसमें हिमाचल प्रदेश, पंजाब तथा राजस्थान शामिल
Involved हैं, 10 जलाशय हैं, जिनकी कुल क्षमता 19.663 बीसीएम है। वर्तमान में, इनमें 6.532 बीसीएम है, जो उनकी क्षमता का 33 प्रतिशत है, जो पिछले वर्ष के 76 प्रतिशत तथा इस अवधि के 53 प्रतिशत सामान्य संग्रहण क्षमता से काफी कम है। हालांकि, यह वर्तमान स्तर पिछले सप्ताह के 5.786 बीसीएम (क्षमता का 29 प्रतिशत) संग्रहण से वृद्धि दर्शाता है। पूर्वी क्षेत्र में असम, झारखंड, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, त्रिपुरा, नागालैंड और बिहार शामिल हैं, जिसमें 23 जलाशय हैं, जिनकी सम्मिलित क्षमता 20.430 बीसीएम है। वर्तमान में वे 6.989 बीसीएम या क्षमता का 34 प्रतिशत हैं, जो पिछले वर्ष के 31 प्रतिशत से बेहतर है, लेकिन 39 प्रतिशत के सामान्य भंडारण से कम है। इस सप्ताह का भंडारण पिछले सप्ताह के 5.630 बीसीएम (क्षमता का 28 प्रतिशत) से बढ़ा है। पश्चिमी क्षेत्र के - गुजरात और महाराष्ट्र - 49 जलाशयों की कुल क्षमता 37.130 बीसीएम है। वे 19.863 बीसीएम या क्षमता का 53 प्रतिशत पर हैं, जो पिछले वर्ष के 63 प्रतिशत से कम है, लेकिन 48 प्रतिशत के सामान्य भंडारण से बेहतर है। इस सप्ताह का भंडारण पिछले सप्ताह के 15.274 बीसीएम (क्षमता का 41 प्रतिशत) से बढ़ा है। मध्य क्षेत्र, जिसमें उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ शामिल हैं,