देसी ज़ायका-पश्चिम की कढ़ाई से गुजराती दाल

ये स्वादिष्ट व्यंजन. साथ ही वे खानपान से जुड़ा अपना मज़ेदार अनुभव भी

Update: 2023-06-06 09:28 GMT
खान-पान |  के मामले में हमारे देश बहुत समृद्ध है. यहां जितनी भौगोलिक और सांस्कृतिक विविधताएं है, उतने ही नए स्वाद भी. हमारी कुछ पाठिकाएं भारत के उत्तर, पूर्व, पश्चिम और दक्षिण के मशहूर व्यंजनों को सीधे अपनी रसोई से परोस रही हैं, ताकि आपकी थाली में मौजूद हो पूरे हिंदुस्तान का ज़ाय़का. हम सबके लिए शानदार रेसिपीज़ बताने का ज़िम्मा हमने हमारी पाठिकाओं को ही सौंप दिया और लीजिए...वे भारत के उत्तर, पूर्व, पश्चिम और दक्षिण से लज़ीज़ व्यंजन सीधे आपकी रसोई तक ही पहुंचा रही हैं
ये स्वादिष्ट व्यंजन. साथ ही वे खानपान से जुड़ा अपना मज़ेदार अनुभव भी
हमसे साझा कर रही हैं. तो आइए, इस श्रृंखला में लुत्फ़ उठाएं उनकी बातों और व्यंजनों का.
‘‘हमारे घरों में रोज़ाना ऐसी ही दाल बनती है.’’हेतल दाघा, स्टूडेंट
हेतल हिंदी साहित्य में पीएचडी कर रही हैं. वे बताती हैं,‘‘हम गुजराती लोगों के घरों में रोज़ ऐसी ही तुअर दाल बनती है और ये हम सभी को बहुत पसंद है. हमारे यहां गुड़ का इस्तेमाल ज़्यादा किया जाता है. ढोकला, हांडवो, थेपला, खाखरा, बेसन चीला, गुजराती कढ़ी और उंधिया हमारे क्षेत्र के प्रमुख व्यंजन हैं. मीठे में गुजरात का बासुंदी और मोहन थाल प्रसिद्ध है.’’गुजराती दालसामग्री: 1 कप तुअर दाल, 1 टमाटर, 1 चुटकी हल्दी, 1 नींबू, 1/2 टीस्पून गुड़, 1 टेबलस्पून घी/तेल, 1/4 टीस्पनू राई, 1/4 टीस्पून जीरा, लहसुन की दो कलियां (कटी हुई), 1 तेजपत्ता, 5-6 मेथी दाने, 2-3 हरी मिर्च, 8-10 करी पत्ते, 1 चुटकी हींग, 1 टीस्पून धनिया पत्ती (कटी हुई, सजाने के लिए), नमक स्वादानुसार, पानी आवश्यकतानुसार.
विधि: दाल में पर्याप्त पानी, नमक व हल्दी डालकर प्रेशर कुक करें. पकने के बाद दाल को रई से मथ लें. एक पैन में घी/तेल गर्म करें. इसमें राई, जीरा, मेथी, तेजपत्ता, लहसुन, करी पत्ते, हरी मिर्च व हींग डालकर तड़कने दें. अब हल्दी, टमाटर व गुड़ डालकर तीन मिनट तक पकाएं. इसमें पकी हुई दाल, नींबू का रस व आवश्यकतानुसार पानी मिलाएं. धीमी आंच पर 10 मिनट तक उबलने दें. हरी धनिया से सजाकर गर्म-गर्म सर्व करें.
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