नई दिल्ली: रक्षा मंत्रालय ने 6 करोड़ रुपए से अधिक का राजस्व अर्जित किया। खास बात यह है कि यह राजस्व अनावश्यक वस्तुओं के निपटान से अर्जित किया गया है। रक्षा मंत्रालय का कहना है कि उसके अंतर्गत आने वाले रक्षा उत्पादन विभाग (डीडीपी) द्वारा स्वच्छता अभियान चलाया जा रहा है। इस स्वच्छता अभियान के कारण जहां करोड़ों रुपए का राजस्व प्राप्त हुआ है, वहीं लाखों स्क्वायर फीट स्थान भी बेकार पड़े सामान से मुक्त हुआ है।
गुरुवार को इस संदर्भ में जानकारी देते हुए रक्षा मंत्रालय ने बताया कि महीने भर चलने वाले स्वच्छता अभियान 4.0 के अनुरूप रक्षा क्षेत्र के सार्वजनिक उपक्रमों (डीपीएसयू) और संबद्ध कार्यालयों में स्वच्छता नियमों को लागू किया गया है। इसके अंतर्गत बिना देरी किए, कामों को पूरा करने पर मुख्य जोर दिया जा रहा है।
मंत्रालय का कहना है कि अभी तक 1,444 स्वच्छता अभियान चलाए गए हैं। इन अभियानों के मध्य तक विभाग ने कई बड़ी उपलब्धियां हासिल की हैं। इन अभियानों के अंतर्गत 16,599 फाइलों, रिकॉर्डों की समीक्षा की गई है और उन्हें छांटने के लिए अलग किया गया है।
लगभग 1.5 लाख मीट्रिक टन अप्रयुक्त वस्तुओं का निपटान करके 3.80 लाख वर्ग फीट से अधिक स्थान मुक्त किया गया है।
स्क्रैप या अनावश्यक वस्तुओं के निपटान से 6 करोड़ रुपए से अधिक का राजस्व अर्जित किया गया है। यह उपलब्धि हाल ही में किए गए स्वच्छता संबंधी क्रियाकलापों से प्राप्त हुई है। इस दौरान लगभग 99 जन शिकायतों का निपटारा किया गया। कुल 82 लोक शिकायत अपीलों का निपटारा भी किया गया है।
विभाग विशेष अभियान 4.0 में निर्धारित लक्ष्यों को प्राप्त करने का प्रयास कर रहा है। इस पहल की प्रगति की नियमित आधार पर उच्चतम स्तर पर निगरानी की जा रही है। अभियान के बारे में लोगों में जागरूकता फैलाने के लिए सोशल मीडिया, बैनर, पोस्टर और आकर्षक पेंटिंग प्रतियोगिताओं सहित कई माध्यमों का इस्तेमाल किया जा रहा है।