अहमदाबाद: उत्तर प्रदेश में संगम नगरी प्रयागराज में चल रहे आस्था के महापर्व महाकुंभ पर कांग्रेस नेता हुसैन दलवई द्वारा की गई टिप्पणी को लेकर सियासत तेज हो गई है। कांग्रेस नेता के बयान की धर्माचार्य महामंडलेश्वर के महंत अखिलेश दास महाराज ने निंदा की। उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेता की बुद्धि भ्रष्ट हो गई है।
धर्माचार्य महामंडलेश्वर के महंत अखिलेश दास महाराज ने आईएएनएस से बातचीत में कहा, "महाकुंभ मेले में स्नान करने की परंपरा वर्षों से चली आ रही है और जो लोग महाकुंभ के बारे में ऐसा बोलते हैं, वे पागल हैं। ऐसे लोगों को दवाई लेने के लिए पागलखाने भेज देना चाहिए। मुझे लगता है कि उनकी बुद्धि भ्रष्ट हो गई है।"
अखिलेश दास महाराज ने कहा, "महाकुंभ मेला में त्रिवेणी संगम में स्नान करने के लिए युगों-युगों से देवता स्वर्ग से धरती पर आते हैं। इसके अलावा आम लोग भी इसका हिस्सा बनते हैं और स्नान करते हैं। हर 12 साल में एक जगह पर कुंभ लगता है, जिसमें प्रयागराज, हरिद्वार, नासिक और उज्जैन शामिल हैं। इस बार का कुंभ 144 वर्षों के बाद आया है, जो एक पावन संयोग है। मैं देश की जनता से अपील करता हूं कि वे समय निकालकर महाकुंभ में जाएं और स्नान करें।"
कांग्रेस नेता हुसैन दलवई ने महाकुंभ को लेकर एक विवादित टिप्पणी की थी। उन्होंने कहा कि कुंभ मेले में स्नान करने के बाद लोगों को स्वास्थ्य और सुरक्षा के लिहाज से सही व्यवस्था की आवश्यकता है, जो इस समय पूरी तरह से नहीं हो पा रही है। लाखों लोग गंगा नदी में स्नान करने आते हैं, लेकिन वहां की गंदगी और असुरक्षित स्थिति को देखते हुए बीमारियों के फैलने का खतरा बहुत अधिक हो सकता है।
उल्लेखनीय है कि महाकुंभ 13 जनवरी से शुरू हुआ है और 26 फरवरी तक चलेगा। यहां रोजाना लाखों श्रद्धालु स्नान करने के लिए पहुंच रहे हैं।