स्वतंत्रता दिवस पर सीजेआई चंद्रचूड़ बोले, वकील हमारे देश की ताकत हैं

Update: 2024-08-16 02:49 GMT
नई दिल्ली: भारत के मुख्य न्यायाधीश (सीजेआई) डीवाई चंद्रचूड़ ने सुप्रीम कोर्ट में 78वें स्वतंत्रता दिवस पर अपने संबोधन में कहा कि आजादी के बाद भी वकील और बार हमारे देश में अच्छाई की ताकत रहे हैं।
सीजेआई ने याद किया, हमारे स्वतंत्रता संग्राम में, कई वकीलों ने अपनी अच्‍छी खासी कानूनी प्रैक्टिस छोड़ दी और खुद को राष्ट्र के लिए समर्पित कर दिया।
सीजेआई चंद्रचूड़ ने कहा “वे (वकील) न केवल भारत के लिए स्वतंत्रता प्राप्त करने में, बल्कि एक स्वतंत्र न्यायपालिका की स्थापना में भी सहायक थे। लेकिन देशभक्त वकीलों का कार्य भारत की स्वतंत्रता प्राप्त करने के साथ समाप्त नहीं हुआ।
उन्होंने वकीलों को याद दिलाया कि भारतीय समाज और अदालत की नैतिक चेतना को बनाए रखना उनकी जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि देश में कई महत्वपूर्ण संवैधानिक और कानूनी विकास की दिशा के लिए बार जिम्मेदार रहा है, जिसने हमारी आकांक्षाओं को आगे बढ़ाया है।
सीजेआई चंद्रचूड़ ने कहा, "वकील समुदाय ने संविधान को एक मजबूत बुनियादी ढांचे पर आधारित करने, ठोस उचित प्रक्रिया शुरू करने, महिलाओं, लैंगिक अल्पसंख्यकों और एलजीबीटीक्यू+ लोगों और अन्य हाशिए पर रहने वाले समुदायों की गरिमा की रक्षा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।"
उन्होंने कहा कि 77 वर्षों में देश ने सामाजिक न्याय, वैज्ञानिक विकास, आर्थिक समृद्धि और राजनीतिक उपलब्धियों की नई सीमाएं हासिल की हैं।
सीजेआई चंद्रचूड़ ने कहा, “भारत में हर धड़कता हुआ दिल, चाहे उनकी उम्र या कद कुछ भी हो, समय में पीछे चला जाता है और जब हम स्वतंत्रता दिवस पर अपने झंडे को ऊंचा लहराते हुए देखते हैं, तो हमारा दि‍ल अपने स्वतंत्रता सेनानियों के प्रति कृतज्ञता की भावना से भर जाता है।”
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