अगरतला: बांग्लादेश में अशांति के बाद से पूर्वोत्तर राज्यों, खासकर त्रिपुरा और असम, में घुसपैठ जारी है। अधिकारियों ने बताया कि शनिवार को सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने एक दलाल समेत पड़ोसी देश के पांच और नागरिकों को गिरफ्तार किया है।
बीएसएफ के एक प्रवक्ता ने बताया कि विशेष सूचना पर सिपाहीजाला जिले के अंतर्गत बीओपी कमलासागर के सीमा सुरक्षा बलों ने चार बांग्लादेशी नागरिकों को उस समय गिरफ्तार किया, जब वे सीमा पर लगे बाड़ को पार करके भारतीय क्षेत्र में घुसने का प्रयास कर रहे थे।
हिरासत में लिए गए चार लोगों में से तीन बांग्लादेश के गोपालगंज जिले के निवासी हैं, जबकि बांग्लादेशी दलाल, जिसे तीन घुसपैठियों के साथ गिरफ्तार किया गया था, कस्बा का निवासी है, जो सिपाहीजाला जिले के सामने भारत-बांग्लादेश सीमा पर स्थित है। प्रवक्ता ने बताया कि बांग्लादेशी दलाल अक्सर अवैध घुसपैठियों की मदद करता था।
एक अन्य अभियान में, उनाकोटी जिले के अंतर्गत बीओपी समरूपारा के बीएसएफ जवानों ने एक बांग्लादेशी नागरिक को उस समय गिरफ्तार किया, जब वह भारतीय क्षेत्र में घुसपैठ करने का प्रयास कर रहा था। पकड़ा गया बांग्लादेशी नागरिक बांग्लादेश के नेत्रकोना जिले का निवासी है।
प्रवक्ता ने बताया कि बीएसएफ के सतर्क जवानों ने विभिन्न अभियानों में भारत-बांग्लादेश सीमा पर सीमा पार तस्करी के विभिन्न प्रयासों को विफल किया, 12 मवेशियों को बचाया तथा प्रतिबंधित सामग्रियां जब्त कीं।
बीएसएफ ने शुक्रवार को दक्षिणी त्रिपुरा के कारबुक क्षेत्र में एक बस स्टैंड से दो रोहिंग्याओं को पकड़ा। बीएसएफ अधिकारियों के अनुसार पकड़े गए दोनों रोहिंग्या अवैध प्रवासी दक्षिण-पूर्वी बांग्लादेश के कॉक्स बाजार में स्थित रोहिंग्या शरणार्थी शिविर के निवासी हैं। उन्होंने बताया कि सीमा पार अपराध और घुसपैठ को रोकने के लिए बीएसएफ ने सीमा पर निगरानी बढ़ा दी है।
पिछले साढ़े तीन महीनों में सरकारी रेलवे पुलिस, बीएसएफ और त्रिपुरा पुलिस ने अगरतला रेलवे स्टेशन और त्रिपुरा के विभिन्न स्थानों से अवैध रूप से भारत में प्रवेश करने वाले 445 से अधिक बांग्लादेशी नागरिकों और 60 से अधिक रोहिंग्याओं को गिरफ्तार किया है। इसके अलावा, गुवाहाटी में असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि पिछले दो महीनों में पुलिस ने 138 घुसपैठियों का पता लगाया है और उन्हें बांग्लादेश भेजा है।