पटना: बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) की 70वीं प्रारंभिक परीक्षा को रद्द कराने की मांग को लेकर जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर आमरण अनशन पर हैं। वहीं, अब यह मामला पटना उच्च न्यायालय पहुंच गया है। पटना उच्च न्यायालय में गुरुवार को बीपीएससी की 70वीं परीक्षा को रद्द कर पुनर्परीक्षा को लेकर एक याचिका दायर की गई है।
इस याचिका को पप्पू कुमार एवं अन्य ने अधिवक्ता प्रणव कुमार के माध्यम से दायर किया है। अधिवक्ता प्रणव ने बताया कि बीपीएससी की 70वीं संयुक्त प्रतियोगी प्रारंभिक परीक्षा (पीटी) में कथित तौर पर हुए पेपर लीक की जांच और पुनः परीक्षा कराने को लेकर पटना हाईकोर्ट में एक याचिका दायर की गई है।
याचिका में आरोप लगाया गया है कि परीक्षा में बड़े पैमाने पर धांधली हुई और अनियमितताएं बरती गईं।
पिछले वर्ष 13 दिसंबर को बीपीएससी की 70वीं संयुक्त प्रतियोगी प्रारंभिक परीक्षा आयोजित की गई थी। राज्य के 912 केंद्रों में बड़े पैमाने पर अभ्यर्थी परीक्षा में सम्मिलित हुए थे। याचिका में यह भी कहा गया कि काफी अभ्यर्थियों को प्रश्न पत्र ही उपलब्ध नहीं कराए गए।
इस दौरान बीपीएससी ने पटना के बापू परिसर में आयोजित परीक्षा में हंगामे के बाद इस केंद्र की परीक्षा को रद्द कर दिया। इसके बाद इस केंद्र के अभ्यर्थियों के लिए पुनर्परीक्षा आयोजित की गई।
बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा 13 दिसंबर को ली गई 70वीं प्रारंभिक परीक्षा को रद्द करने का मामला पहले सर्वोच्च न्यायालय पहुंचा था। वहां कोर्ट ने सुनवाई से इनकार कर दिया और याचिकाकर्ता को पटना उच्च न्यायालय जाने का आदेश दिया।
इस परीक्षा को लेकर विपक्ष लगातार सरकार पर हमलावर है। वहीं, जन सुराज के एक प्रतिनिधिमंडल ने बुधवार को बिहार के मुख्य सचिव से मुलाकात कर एक मांग पत्र सौंपा था।